गौरतलब है कि स्वीमिंग पूल में युवक की मौत के मामले की जांच करने उसके परिजन ने कोतवाली थाना में 6 मई 2017 को शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले की विस्तृत और गहन जांच उपरांत पुलिस ने प्रभारी विमल पाण्डे, प्रशिक्षक सचदेव यादव, लाइफ गार्ड गणेश भारती और मदन लाल कश्यप को जिम्मेदार मानते हुए इनके विरुद्ध 304 के तहत गैर इरातदन हत्या का मामला पंजीबद्ध किया है। पूल में जब प्रकाश डूब रहा था, तब यह सभी चार लोग वहीं पर मौजूद थे। जिनकी अनदेखी और लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ था। मामले की जांच करते हुए तत्कालीन निगम आयुक्त ए.़वेंकट राव ने भी इन सभी को निलंबित कर दिया था।
घटना के बाद से स्वीमिंग पूल में लगा ताला
इस घटना के बाद ही सुरक्षा में खामी और युवक के मौत के बाद उपजे विवाद की स्थिति में नगर निगम के सत्तापक्ष की सहमति से स्वीमिंग पूल में ताला लगा दिया था। जिसका विरोध करते हुए हाल ही में भाजपा के पार्षदों ने स्वीमिंग पूल को फिर से चालू करने की मांग की है।