पुलिस ने बताया कि मेघराज कई सालों से अपना क्लिनिक चला रहा है। पहले वह एक निजी क्लिनिक पर कम्पाउडर का काम करता था। मेघराज यहां वॉर्ड 2 में विगत कई वर्षों से अपना क्लिनिक चलाता है। बीते 2 वर्षों में किसी को भी मेघराज के झोलाछाप होने की भनक तक नहीं लगी। छोटे कस्बे में क्लिनिक होने से लोगों को कभी उस पर शक भी नहीं हुआ था।
परिवार सहित फरार हुआ झोलाछाप डॉक्टर
जानकारी के अनुसार मासूम की मौत के बाद घबराया डॉक्टर उसे नजदीक ही भटिंडा नर्सिंग होम पर लाया। यहां उपचार की कोशिश की बताते है। लेकिन लड़की की मौत होते ही डॉक्टर मेघराज वहां से भाग कर अपने क्लिनिक पर आया व क्लिनिक को बंद कर परिवार सहित उसके मौके से फरार होने की सुचना मिली है।
ग्रामीणों ने बताया की मेघराज यहां वॉर्ड 2 में विगत कई वर्षों से अपना क्लिनिक चलाता है। पूर्व में वह यह एक निजी क्लिनिक पर कम्पाउडर लगा हुआ था। लेकिन वर्तमान में उसके क्लिनिक पर बीमारों की भारी भीड़ जुटती है।
मृतका के परिजन व गांव के लोगो ने मौके पर पहुँच डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मृतका को एक बार स्थानीय राजकीय चिकित्सालय में लाकर जांच करवाई। मामले को लेकर परिजनों की ओर से लिखित में पुलिस को परिवाद नही दिया गया है। उधर डॉक्टर के खिलाफ करवाई की मांग को लेकर परिजन व ग्रामीणों की ओर से मेघराज के क्लिनिक के आगे धरना दिया। पुलिस ने बताया कि लिखित में रिपोर्ट लेकर जांच की जाएगी।