तूफान से सबसे अधिक अब तक भरतपुर में 19 जनों की मौत हुई है। मरने वालों में दो बच्चे और दो महिलाएं शामिल हैं। ट्रांसफार्मर जमीन पर गिरने और विद्युतपोल टूटने से जिले में बिजली आपूर्तिबंद हैं। तीनों जिलों में पेयजल संकट भी आ गया है।
बिजली आपूर्ति बंद होने से सरकारी अस्पतालों में हाथ से पर्चियां बनाई गईं। तूफान में हुए नुकसान के लिए जिले के प्रभारी मंत्री काली चरण सराफ भरतपुर आए। उन्होंने जिलाप्रशासन और पुलिस अधिकारियों से जिले में तूफान से हुए नुकसान और हालात का जायजा लिया।
राजस्थान में अंधड़-तूफान काे लेकर सरकार ने आपात बैठक में किया बड़ा एेलान इसके बाद आरबीएम अस्पताल और डीग के सरकारी अस्पताल में भर्ती घायलों से मिले। वहीं राज्य पर्यटन मंत्री कृष्णेन्द्र कौर दीपा ने भी आरबीएम अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और परिजनों को सांत्वनादी। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शुक्रवार को भरतपुर आएंगी और घायलों से मिलेंगी।
धौलपुर जिले में तूफान से मरने वालों की संख्या 10 हो गई है। तूफान से दूसरे दिन भी धौलपुर जिला प्रभािवत रहा। धौलपुर में प्रशासन अभी मात्र 6 के मरने की पुष्टि कर रहा है। इसी प्रकार अलवर जिले भर में तूफान के कारण 10 जनों की मौत हो चुकी है। पहले दिन चार जनों के मरने की पुष्टि हुई थी।
अगले दिन गुरुवार शाम तक 6 जनों के मरने की और पुष्टि हो गई। चार दर्जन से अधिक घायल हैं। इनमें से भी कई गंभीर घायल हैं। मृतकों में दो जने उत्तरप्रदेश व बिहार के हैं। शेष 8 में एक जयपुर के अलावा सभी 7 जने अलवर जिले के निवासी हैं