रक्षा निर्यातक देश बनने में मदद मिलेगी
रावत ने कहा कि वायुसेना में हल्के लड़ाकू विमान को शामिल करने से और इसकी अपेक्षाकृत कम कीमतों के कारण भारत को एक अहम रक्षा निर्यातक बनने में मदद मिलेगी। जब दुनिया भारत को इन विमानों का इस्तेमाल करते देखेगी, तो बेशक ही कुछ देश इसे खरीदने में रुचि लेंगे।
विदेशी कंपनियों के लिए बड़ा झटका
देश में बने युद्धक विमान इस्तेमाल करने का भारतीय वायुसेना का फैसला बोइंग, लॉकहीड मार्टिन कॉर्प और साब एबी जैसी कई बड़ी विदेशी कंपनियों के लिए एक झटके की तरह है, जो करीब 15 अरब डॉलर की डील के लिए रेस में शामिल थीं।