आमेर से लेकर सीतापुरा स्थित जेईसीसी तक की साफ-सफाई में एक अलग ही रूप नजर आ रहा है। परकोटा में अब जाने का अनुभव बेहतर हो गया है। बाहरी बाजार भी अब और सुंदर नजर आ रहे हैं। सिर पर लटकते तारों को हटाया जा रहा है। मैं चाहता हूं कि यह बदलाव हमेशा ऐसा ही बना रहे। अगर जिम्मेदार अधिकारी इसी तरह सतर्क रहते हैं, तो मेरी यह मनोकामना जरूर पूरी होगी।