महापौर ने कहा कि इन गाडिय़ों की खरीद नियम विरुद्ध हुई है। इसकी जानकारी के लिए नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखा है। वे सात दिन में इसकी जानकारी उपलब्ध कराएंगे। इनका उपयोग किसने किया, यह जानकारी भी उन्होंने मांगी है। लाटा का आरोप है कि इन वाहनों को खरीदने के लिए न तो सरकार की अनुमति ली गई और न ही बोर्ड में प्रस्ताव लाया गया। गलत तरीके से खरीद हुई।
पहले भी आ चुके हैं आमने सामने 04 फरवरी को नगर निगम ने सांगानेर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। विधायक लाहोटी ने इसे द्वेषपूर्ण बताया।
06 फरवरी को मानसरोवर में सुलभ शौचालय का शिलान्यास होना था। इसमें क्षेत्रीय विधायक को महापौर ने नहीं बुलाया। लाहोटी ने कहा था यह जनप्रतिनिधि का अपमान है।
26 मार्च को फर्जी पट्टे के मामले में महापौर ने विधायक अशोक लाहोटी के खिलाफ एसीबी से जांच कराने के निर्देश दिए।