फाउंडेशन के कार्यकारी पुनीत भाटिया ने बताया कि पत्रिका के सामाजिक सरोकारों को देखते हुए मेरी भी इच्छा हुई की मैं भी जरूरतमंद और गरीब तबके के लोगों के लिए कुछ करूं। इस कड़ी में हमारी संस्था ने सर्दी में सड़क किनारे लोगों को ठिठुरते और मूख प्यासे पाया। तब हमें एहसास हुआ कि हमें उन लोगों की जरूरत को पूरा करना है। इसके बाद गुरुवार को 100 से अधिक मजदूर वर्ग और जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क गर्म कपड़े और भोजन वितरण किया।