मच्छर गर्मी में करते हैं प्रजनन
गौरतलब है कि गर्मियां मच्छरों के प्रजनन का मौसम होता है। मादा मच्छरों को बच्चे पैदा करने के लिए अधिक रक्त की जरूरत होती हैं। गर्मियों में पसीने की गंध और कम कपड़े पहनना भी मच्छरों का काम आसान कर देता हैं। मादा मच्छर त्वचा से खून चूसने के साथ एक व्यक्ति के रक्त से दूसरे के रक्त में मलेरिया जैसे रोग फैला सकती है।कांग्रेस विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज, शराब सेल्समैन से मारपीट; 1.90 लाख रुपए लूटे
गंध के संकेत से उड़ चले ‘लक्ष्य’ की ओर
शोधकर्ताओं के अनुसार आपकी सांस, पसीना और त्वचा का तापमान मच्छरों को आकर्षित करता है। नई स्टडी में चौथा संकेत मिला लाल रंग, जो न केवल कपड़ों पर पाया जा सकता है, बल्कि हर किसी की त्वचा में भी इसके अंश होते हैं। प्रयोग में जब कमरे में कार्बन डाइऑक्साइड की फुहार छोड़ी गई तो मच्छर उन बिंदुओं की ओर उड़ गए जो लाल, नारंगी, काले या आसमानी थे लेकिन हरे, नीले और बैंगनी रंग से बचते रहे। मनुष्य कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं, जिसे मच्छर सूंघ सकते हैं, इस गैस ने मच्छरों की आंखों को कुछ खास तरंग दैर्ध्य पसंद करने का संकेत दिया।ऐसे बच सकते मच्छरों से
इंसानी त्वचा चाहे किसी भी रंग की हो, मच्छरों की आंखों के लिए एक लाल-नारंगी ‘संकेत’ उत्सर्जित करती है। वे काटने के लिए दौड़ पड़ते हैं। इसे हरे, बैंगनी, नीले या सफेद रंग से ढक दीजिए और आप मच्छरों को ‘उल्लू’ बना देंगे। प्रोफेसर जेफरी रिफेल, जीव विज्ञान, वाशिंगटन यूनिवर्सिटी, अमरीका