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जयपुर

RSS की राह पर Congress! प्रचारकों की तर्ज़ पर बना रहे प्रेरक, PCC में हुए इंटरव्यू

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ( RSS ) के प्रचारकों की तर्ज पर अब कांग्रेस पार्टी ( Congress ) प्रेरक बना रही है। इसके लिए मंगलवार से कवायद शुरू हो गई। प्रदेश कांग्रेस में प्रेरक बनाये जाने के लिए बाकायदा इंटरव्यू लिए गए हैं।

जयपुरJan 14, 2020 / 01:10 pm

Nakul Devarshi

Congress party on RSS way, Interview conducted for Prerak
जयपुर।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ( RSS ) के प्रचारकों की तर्ज पर अब कांग्रेस पार्टी ( Congress ) प्रेरक बना रही है। इसके लिए मंगलवार से कवायद शुरू हो गई। प्रदेश कांग्रेस में प्रेरक बनाये जाने के लिए बाकायदा इंटरव्यू लिए गए हैं। इसके लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के ट्रेनिंग कैम्प इंचार्ज सचिन राव जयपुर पहुंचे। राव ने यहां पीसीसी में प्रेरकों को चुनने के लिए इंटरव्यू लिए। इस दौरान उनके साथ ट्रेनिंग शाखा से जुड़े अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।

गौरतलब है कि पार्टी आलाकमान के निर्देश पर कांग्रेस में प्रेरक मॉडल लागू किया है। प्रेरक बनाने से लेकर उन्हें प्रशिक्षित करने का ज़िम्मा सचिन राव को दिया गया है। राव कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भी बेहद करीबी बताये जाते हैं। उन्हें यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के चुनाव संपन्न करवाने का भी खासा अनुभव है।

जानकारी के अनुसार साक्षात्कार के बाद 40 प्रेरकों का चयन किया जाएगा। इन चुने गए प्रेरकों को एक सप्ताह तक शारीरिक और बौद्धिक ट्रेनिंग दी जाएगी। 40 साल से कम उम्र के जागरूक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ही प्रेरक बनाने के लिए चुना जाएगा। प्रेरकों की ट्रेनिंग के लिए 7 दिन का सिलेबस तैयार किया गया है। ये 40 प्रेरक ग्रांउड स्तर पर जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीजेपी-आरएसएस से मुकाबले के गुर सिखाएंगे।

कांग्रेस ट्रेनिंग सेल के समन्वयक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि प्रेरक के लिए न्यूनतम ग्रेजुएट होना जरूरी होगा। वहीं उसकी पृष्ठभूमि भी कांग्रेसी होना आवश्यक है।


संगठन की मजबूती पर काम रही है कांग्रेस
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में पिछले कुछ समय से संगठन को मजबूत करने के लिए कई तरह की कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। ये कार्यक्रम अलग-अलग स्तर पर चलाए जा रहे हैं। कांग्रेस में वर्तमान में सबसे बड़ी चुनौती खेमेबंदी पर अंकुश लगाना है। पंचायत चुनाव सिर पर हैं। वहीं उसके कुछ समय बाद ग्रामीण इलाकों में सहकारिता के चुनाव भी होने हैं। कांग्रेस इन चुनावों की तैयारियों में जुटी है।
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