स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में जांच की सुविधा में इजाफा किया गया है। 42 हजार 540 जांच प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर ली गई है। अब तक 14 लाख से ज्यादा लोगों की जांच की जा चुकी है। शर्मा ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना के प्रसार में तेजी आई है, उन जिलों के कलेक्टर्स को क्षेत्र के अनुसार स्थानीय लॉकडाउन लगाने के भी आदेश दिए जा चुके हैं।
अलवर, जोधपुर समेत प्रदेश के कुछ जिलों में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में गति लाई जा रही है। रैंडम सैंपलिंग की जा रही है। इसके अलावा हर वह संभव प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे कि कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण किया जा सके। इन क्षेत्रों में जरूरत के अनुसार 40000 रुपए की कीमत वाला टोसिलीजूमेब इजेक्शन लगाने के निर्देश दिए जा चुके हैं।