आयोग अध्यक्ष जस्टिस प्रकाश टाटिया व सदस्य जस्टिस महेश चन्द्र शर्मा की खण्डपीठ ने डकैत जगन के महिलाओं को बंदूक की बटों से पीटने व निर्वस्त्र घुमाने के बारे में प्रकाशित खबरों के आधार पर शुक्रवार को प्रसंज्ञान लिया है। आयोग ने कहा कि जगन और उसके भाई ने इस घटना के बाद न केवल पुलिस का सामना किया, बल्कि 70 राउण्ड की फायरिंग के बाद दोनों फरार भी हो गए। इसके अलावा इनके खौफ के कारण पीडि़त परिवारों ने पहले भी मामला दर्ज नहीं कराए, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ जाती है।
एसपी से मांगी यह जानकारी
– जगन व उसके भाइयों के खिलाफ अब तक वर्षवार कितने मामले दर्ज किए गए? – कितने मामलों में अनुसंधान विचाराधीन है और कितने मामले में चालान पेश हो चुका है?कितने
– मामलों में कोर्ट ने दोषी घोषित किया और किन—किन प्रकरणों में बरी किया? – जिन मुकदमों में बरी अथवा दोषी घोषित, उनमें से किन मामलों में अपील पेश हो चुकी? – कितनी अपील कोर्ट में विचाराधीन हैं और जिनका निर्णय हो चुका उनका विवरण?
– जगन व उसका भाई कितने मामलों में जमानत पर है? – कितने मामलों में एफआर पेश की गई? – कोर्ट में जगन व उसके भाई का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड पेश किया या नहीं?
डांग में एसपी का डेरा उधर गांव करन सिंह पुरा में महिला से मारपीट और निर्वस्त्र करने और पुलिस को जगन गिरोह से मुठभेड़ के बाद जिला पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने डांग इलाके में मय पुलिस जाप्ते के डेरा जमा लिया है। एसपी सिंह का कहना है कि जगन गिरोह के डांग इलाके में छुपे होने की सूचना प्राप्त हुई है, इसे पकडऩे के लिए पुलिस की पांच विशेष टीमों का गठन किया गया है। टीमों की ओर से गांवों में दबिश दी जा रही है, जगन गिरोह जल्द ही पुलिस की गिरफ्त मेें होगा।