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दक्षिणी भारत और उत्तरी भारत की शैली में बना है ये शिव मंदिर, सिर्फ जलाभिषेक करने से पूरी होती है मन्नत

Famous Shiva temple: धार्मिक स्थलों के लिए जयपुर के कईं मंदिर देशभर में प्रसिद्ध है। यहां श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन करने आते है। ऐसे ही एक मंदिर झाड़खंड महादेव के नाम से प्रसिद्ध है। जयपुर के वैशाली स्थित ये मंदिर भगवान शिव का एक अनोखा मंदिर है, जिसका निर्माण दक्षिण भारतीय शैली में किया गया है।

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झाड़खंड महादेव

Famous Shiva temple: धार्मिक स्थलों के लिए जयपुर के कईं मंदिर देशभर में प्रसिद्ध है। यहां श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन करने आते है। ऐसे ही एक मंदिर झाड़खंड महादेव के नाम से प्रसिद्ध है। जयपुर के वैशाली स्थित ये मंदिर भगवान शिव का एक अनोखा मंदिर है, जिसका निर्माण दक्षिण भारतीय शैली में किया गया है। इस मंदिर का बाहरी हिस्‍सा बिल्‍कुल साउथ के मंदिरों जैसा ही है और मंदिर का मुख्‍य द्वार और गर्भ गृह उत्तर भारत के मंदिरों जैसा लगता है। यहां बहुत बड़े आकार में मूर्तियां स्थापित है।

इसलिए नाम पड़ा झारखंड महादेव
यह मंदिर बहुत पुराना है, पहले यहां बड़ी संख्या में झाड़ियां हुआ करती थीं। झाड़ियों से झाड़ और खंड अर्थात क्षेत्र को मिलाकर इस मंदिर का नाम झाड़खंड महादेव मंदिर पड़ा। मंदिर का बहुत सारे पेड़ों और हरियाली से घिरे होने के कारण इस मंदिर का नाम झारखंड महादेव रखा गया है। इसका जीर्णोद्धार सन् 2000 में दक्षिण भारतीय शैली में किया गया। बताया जाता है कि तब 300 मजदूरों की सहायता से इस मंदिर को दक्षिण भारत की शैली में निर्मित कराया गया।

इनकों नहीं मिलता प्रवेश
झारखंड महादेव मंदिर में ड्रेस कोड लागू है ऐसे में मंदिर में हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट और कटी-फटी जींस पहनने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाता। इसके लिए वहां मंदिर में प्रवेश करने से पहले एक बोर्ड लगा रखा है।

यहां भक्तों की मनोकामना होती है पूरी
इस मंदिर में बहुत भीड़ होती है और सोमवार को जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की लंबी कतारे लगी होती है। भक्तों की मान्यता है की यहां जलाभिषेक करने से हर मुराद और मनोकामना पूरी होती है। दरअसल ये मंदिर वर्षों पुराना है और यहां की भूमि पर सैकड़ों बाबाओं ने तपस्या की है। इसी वजह से यह चमत्कारी मंदिर भी पूरे देश में प्रसिद्ध है। शिवरात्रि और सावन के दिनों में यहां श्रद्धालओं की भयंकर भीड़ उमड़ती है।