चालक दल के सदस्य लोको पायलट नरेंद्र कुमार व सहायक लोको पायलट रोहित शर्मा व गार्ड समेत अनेक सदस्यों को माला पहनाकर स्वागत किया गया। इसके बाद जयपुर मंडल डीआरएम मंजूषा जैन ने दोपहर 3.20 बजे ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसमें जयपुर से 908 यात्री रवाना हुए।
यह ट्रेन दौसा, बांदीकुई, मथुरा, आगरा होते हुए प्रयागराज(इलाहाबाद) तक जाएगी। जयपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली यह पहली ट्रेन बन गई है। इस मौके पर स्टेशन निदेशक जयप्रकाश, अपर मंडल रेल प्रबंधक आदित्य मंगल(परिचालन), अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा)मनोज कुमार गर्ग,वरिष्ट मंडल वाणिज्य प्रबधंक मुकेश सैनी, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर प्रदीप कुमार मीणा, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक डॉ राकेश कुमार समेत कई रेल अधिकारी मौजूद रहे।
26 मिनट पहले पहुंची अलवर
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन होने से ट्रेन की गति में परिवर्तन होगा। पहले दिन ट्रेन जयपुर से रवाना होकर अलवर रेलवे स्टेशन पर अपने पूर्व निर्धारित समय से 26 मिनट पहले पहुंची है। ऐसे में साफ है कि यात्री अपने गंतव्य 25 से 30 मिनट पहले पहुंच सकेंगे। इधर, जयपुर भी पंद्रह मिनट पहलेे ही आ गई थी।
नहीं आ पाए सांसद, बोले—सौगात से कम नहीं
अस्वस्था के चलते ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए जयपुर सांसद रामचरण बोहरा नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि जयपुर से इलेक्ट्रिक रूट पर ट्रेन का संचालन शुरू होना अच्छी सौगात है। काफी मशक्कत के बाद जयपुर से दिल्ली और सवाईमाधोपुर इलेक्ट्रिक लाइन के सौगात मिली थी, प्रोजेक्ट को शुरू कराया। अब यह देखकर अच्छा लगता है। जल्द जयपुर से दिल्ली और अजमेर इलेक्ट्रिक रूट पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ती दिखेंगी।