आम के थोक कारोबारियों पर छापे मारे, दर्जन भर से ज्यादा बड़े दुकानदार…..
विभाग के अधिकारी दीपक सिंधी ने बताया कि एक दर्जन से ज्यादा दुकानों की जांच की गई है। इस दौरान दुकानों में केमिकल से पकाए जाने वाले फलों और सब्जियों को देखा गया। टीम ने अलग – अलग जगह से केमिकलों के अलग – अलग सैंपल लिए। यह केमिकल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। जिनकी मदद से फलों और सब्जियों को पकाया जाता है। इन केमिकल का शरीर पर दुष्प्रभाव होता है। टीम की ओर से इन केमिकलों के सैंपल लेकर लैब में जांच के लिए भेजा गया है। अधिकतर रेड आम विक्रेताओं के यहां की गई। वहां सैंकड़ों आम की पेटियों में कैमिकल के पाउच मिले हैं। आम को पकाने में इनका इस्तेमाल किया जाता है। यह कैमिकल बेहद हानिकारक माने जाते हैं।
आइसक्रीम, तेल, पनीर, मिर्च मसाला, मिठाई…… बहुत कुछ घटिया और मिलावटी
बता दे की चिकित्सा विभाग की ओर से मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। हर दिन खाद्य सुरक्षा टीम की ओर से लगातार मिलावट खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिसके तहत अब तक आइसक्रीम में मिलावट, होटल में खाद्य सामग्री में घटिया स्थल के तेल मसाला होना सामने आया है। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से जॉर्ज कार्रवाई की गई है। पिछले पंद्रह दिन के दौरान जयपुर शहर में एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर रेड की गई है और घटिया, एक्सपायरी डेट का एवं मिलावटी माल बरामद किया गया है।
कैमिकल के इस्तेमाल से कैंसर तक का खतरा
कार्बाइड का इस्तेमाल कर पकाए गए आम का सेवन करने से ब्रेन डैमेज होने का भी खतरा बना रहता है। हानिकारक रसायनों की सहायता से पकाए हुए आम को खाने से कोलन कैंसर, स्किन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर का खतरा भी बना रहता है। समय से पहले आम को जल्दी पकाने के लिए कार्बाइड जैसे हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है।