scriptवन विभाग को भी नहीं पता चल पाया बाघ-बघेरों की मौत का कारण | Forest department does not know the reason for the death of tiger-born | Patrika News
जयपुर

वन विभाग को भी नहीं पता चल पाया बाघ-बघेरों की मौत का कारण

बाघिन गायब होने की जांच पूर्व डीजीपी अजीत सिंह को सौंपी

जयपुरApr 25, 2018 / 12:06 pm

Priyanka Yadav

jaipur news
जयपुर . खेतों में घुसे दो बाघ तथा अपनी बाउंड्री से बाहर गए दो शावकों की मौत को वन विभाग स्वाभाविक बता रहा है, लेकिन शावकों व एक बाघ की मौत को वन अधिकारी भी आशंका से परे नहीं मान रहे हैं। बाघिन गायब होने की जांच के लिए पूर्व पुलिस महानिदेशक अजीत सिंह की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने मौखिक टिप्पणी की कि आबादी के कारण गांव जंगल की ओर पहुंच रहे हैं और जंगल गांवों की ओर से बढ़ रहे हैं।पिछले दिनों न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा ने बाघों की मौत को गंभीरता से लेते हुए प्रसंज्ञान लिया था। इसी पर मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नंद्राजोग व न्यायाधीश जी आर मूलचंदानी की खंडपीठ में सुनवाई के लिए लगा, जिस पर खंडपीठ ने मामले को जनहित याचिका के रूप में दर्ज करने के आदेश दिए। इस पर राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता अनुराग शर्मा ने कहा कि बाघों व दो तेंदुओं की मौत को लेकर संक्षिप्त रिपोर्ट पेश कर दी है और जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट पेश कर दी जाएगी। सुनवाई के दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षण व मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक जी वी रेड्डी लगातार दूसरे दिन हाजिर हुए। कोर्ट ने मामले की सुनवाई टाल दी है।
सरकार ने यह दिया जवाब

दो शावकों की मौत पर जवाब दिया है कि वे अपने क्षेत्राधिकार की सीमा से बाहर चले गए थे, लगता है बड़े बाघ ने हमला किया। चोट के निशान भी यही साबित कर रहे हैं, विसरा जांच से यह पता लग पाएगा कि कहीं इन शावकों को जहर देकर तो नहीं मारा गया है। रणथम्भौर क्षेत्र में खेतों में घुसे बाघ की मौत पर जवाब दिया है कि इस बाघ को वन्यकर्मियों ने पकड़ लिया, लेकिन घायल करने की प्रक्रिया में पेट में एेंठन से उसका दम घुट गया। यह बाघ १२ साल का था और बाघ की औसत उम्र भी लगभग इतनी ही होती है। एेसे में मौत को लेकर किसी पर संदेह नहीं है। एक बाघ सरिस्का क्षेत्र में किसान द्वारा फसल की रक्षा के लिए लगाए फंदे में फंसने के कारण मारा गया। रिपोर्ट में यही कारण है, लेकिन शिकारी का हाथ तो नहीं है इसकी जांच कराई जा रही है। जयपुर के पास दो तेंदुओं की मौत पर कहा है कि एक की मौत गिरने से हुई, दूसरा अपनी सीमा पार कर गया था, दूसरे तेंदुए से भिडंत के कारण मारा गया।
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