सरकार ने यह दिया जवाब दो शावकों की मौत पर जवाब दिया है कि वे अपने क्षेत्राधिकार की सीमा से बाहर चले गए थे, लगता है बड़े बाघ ने हमला किया। चोट के निशान भी यही साबित कर रहे हैं, विसरा जांच से यह पता लग पाएगा कि कहीं इन शावकों को जहर देकर तो नहीं मारा गया है। रणथम्भौर क्षेत्र में खेतों में घुसे बाघ की मौत पर जवाब दिया है कि इस बाघ को वन्यकर्मियों ने पकड़ लिया, लेकिन घायल करने की प्रक्रिया में पेट में एेंठन से उसका दम घुट गया। यह बाघ १२ साल का था और बाघ की औसत उम्र भी लगभग इतनी ही होती है। एेसे में मौत को लेकर किसी पर संदेह नहीं है। एक बाघ सरिस्का क्षेत्र में किसान द्वारा फसल की रक्षा के लिए लगाए फंदे में फंसने के कारण मारा गया। रिपोर्ट में यही कारण है, लेकिन शिकारी का हाथ तो नहीं है इसकी जांच कराई जा रही है। जयपुर के पास दो तेंदुओं की मौत पर कहा है कि एक की मौत गिरने से हुई, दूसरा अपनी सीमा पार कर गया था, दूसरे तेंदुए से भिडंत के कारण मारा गया।