सीएम गहलोत ने कहा, जन आशीर्वाद यात्रा का सफल होने का मतलब है ईआरपी का लागू होना, पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के जनप्रतिनिधियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री ने किया संवाद
जयपुर। ईस्टर्न कैनल परियोजना के मुद्दे पर 25 सितंबर से पूर्वी राजस्थान में प्रस्तावित कांग्रेस की जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कैबिनेट की बैठक के बाद 13 जिलों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से संवाद किया। मुख्यमंत्री गहलोत ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें, सबको मैदान में आना होगा। यात्रा का सफल होने का मतलब है ईआरसीपी का लागू होना। सीएम गहलोत ने कहा कि इस मुद्दे पर बीजेपी और प्रधानमंत्री पर दबाव बनाया जाए।
भाजपा की परिवर्तन यात्राएं फ्लॉप
सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा की परिवर्तन यात्राएं फ्लॉप रहीं हैं। यात्राओं में भीड़ नहीं जुटने से साफ है कि जनता वादा खिलाफी पसंद नहीं करती है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जनता केंद्र सरकार और 25 सांसदों को सबक सिखाए। प्रधानमंत्री ने विधानसभा चुनाव में अजमेर की सभा के दौरान भी ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था, अब क्या हो गया कि प्रधानमंत्री इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं, जबकि यह योजना पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के समय की है और वह भी कह चुकी हैं कि इसे लागू होना चाहिए। गहलोत ने कहा कि हमने इस योजना के लिए 14000 करोड रुपए का बजट रखा है और इसकी वित्तीय स्वीकृति अभी जारी हो चुकी हैं
53 बांधों को ईआरसीपी में शामिल किया
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ईआरसीपी के तहत पहले 26 बांध थे लेकिन हमने अब 53 बांधों को ईआरसीबी में शामिल किया है और 53 बांध भरे जाएंगे ।
गहलोत ने कहा कि जयपुर के रामगढ़ बांध को ईसरदा बांध से भरा जाएगा।
यात्रा के अंतिम दिन राहुल गांधी को किया आमंत्रित
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में निकलने वाली जन आशीर्वाद यात्रा का रोड मैप तैयार किया जा रहा है, यात्रा के अंतिम दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी आमंत्रित किया गया है। राहुल गांधी और पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी ईस्टर्न कैनल परियोजना को राजस्थान की जनता के लिए जरूरी बात चुके हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत ने कैबिनेट की बैठक के दौरान भी ईस्टर्न कैनल परियोजना के मुद्दे पर चर्चा की।