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एक दिन की चांदनी… फिर परकोटा पस्त, डेटा से समाधान, स्मार्ट ट्रैफिक से आस

चारदीवारी में ई-रिक्शा का आवागमन बंद करने के बाद ऑटो की संख्या अचानक बढ़ गई

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जयपुर. चौबीस घंटे में ही परकोटा पस्त हो गया। एक दिन पहले तक खुली हवा का लुत्फ लेने वाले बाजार रविवार को जाम से जकड़े नजर आए। सड़कों पर ई-रिक्शा की जगह ऑटो के हुजूम दौड़ते रहे। सड़कें तंग, जाम से जंग की तस्वीर फिर से दिखी। उधर, ट्रैफिक पुलिस ने स्मार्ट ट्रैफिक की ओर कदम बढ़ाते हुए मिनर्वा चौराहा और सांगानेरी गेट पर सिग्नल टाइम बदला है ताकि पीक ऑवर्स में जाम की स्थिति से बचा जा सके।

चारदीवारी में ई-रिक्शा का आवागमन बंद करने के बाद ऑटो की संख्या अचानक बढ़ गई। एक दिन की राहत के बाद बाजारों में यातायात पहले जैसी स्थिति में लौट आया। रविवार को बड़ी संख्या में ऑटो दिखाई दिए, जबकि अधिकांश दुकानें बंद रहती हैं। बड़ी चौपड़, हवामहल बाजार, जौहरी बाजार और त्रिपोलिया बाजार में ऑटो का आवागमन अधिक रहा। बड़ी चौपड़ के आस-पास तो दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। बड़ी संख्या में पहुंचे पर्यटक इस जाम में फंसे रहे।

पर्यटन सीजन में ई-रिक्शा पर रोक

पर्यटन सीजन देखते हुए पुलिस प्रशासन ने 20 दिसंबर से 10 जनवरी तक परकोटे में ई-रिक्शों पर अस्थायी रोक लगाई है। इससे शुरुआती तौर पर जाम से कुछ राहत मिली, लेकिन ऑटो की संख्या बढ़ने से हालात फिर बिगड़ गए। पहले एक चौपड़ से दूसरी चौपड़ तक सवारी नहीं लेने वाले ऑटो चालक अब सवारी बैठाते नजर आए। ई-रिक्शा की तरह ऑटो चालक भी एक गेट से दूसरे गेट तक सवारी ले रहे हैं। छोटी चौपड़, बड़ी चौपड़, अजमेरी गेट, सांगानेरी गेट और चांदपोल गेट पर जहां पहले ई-रिक्शा चालक सवारी बैठाते थे, अब ऑटो चालक खड़े दिखाई दे रहे हैं। किराए में भी बढ़ोतरी देखने को मिली। एक सवारी का किराया 10 रुपए की जगह 20 रुपए तक वसूला गया। वहीं परकोटे से बाहर ले जाने के लिए भी मनमाना किराया लिया गया।

संख्या तय होनी चाहिए

व्यापारियों का कहना है कि परकोटे में ऑटो चले या ई-रिक्शा, उनकी संख्या तय होनी चाहिए। जयपुर व्यापार महासंघ के महामंत्री सुरेश सैनी ने कहा कि चारदीवारी में ई-रिक्शा के लिए रूट और समय निर्धारित किया जाना चाहिए। साथ ही उनकी संख्या भी सीमित होनी चाहिए।

कोई फायदा नहीं दिखा

परकोटे में ई-रिक्शा बंद करने का कोई फायदा नहीं हुआ। बाजार में ऑटो की संख्या बढ़ गई है। जाम की स्थिति वैसी ही है जैसी पहले थी। कोई सुधार नजर नहीं आ रहा।
-सौभागमल अग्रवाल, व्यापारी, चौड़ा रास्ता

बाजारों में पहले इतने ऑटो नहीं दिखाई देते थे। दो दिन से ऑटो की संख्या काफी बढ़ गई है। इससे जाम की स्थिति बन रही है। ऑटो की संख्या भी निर्धारित होनी चाहिए।
- महेन्द्र सैनी, ग्राहक, त्रिपोलिया बाजार

खाली ऑटो रोकेंगे

चांदपोल से खाली ऑटो आ रहे थे उन्हें रोक दिया गया था। सवारी वाले ऑटो को ही आने की इजाजत दी गई थी। सोमवार को भी बिना सवारी के आने वाले ऑटो को रोका जाएगा।
- आलोक पूनिया टीआइ नॉर्थ द्वितीय