नागौर के परबतसर में ( Heavy rain in Nagaur ) बारिश के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए गई पुलिस खुद पानी में फंस गई। देखते ही देखते पुलिस जीप पानी में डूब गई। झूझूनूं में बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोग झुलस गए।
टोंक। इस बार बारिश ने लोगों को खुशखबरी भी दी है। जयपुर,अजमेर, टोंक की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध के गेट कभी भी खोले जाकते हैं। बांध में शनिवार शाम को पानी का लेवल 314.41 RL मीटर तक जा पहंचा है। त्रिवेणी में 3.70 मीटर और जवाई बांध का 31.10 फीट लेवल पहुंच गया है। बीसलपुर बांध में पानी की आवक लगातार जारी है। जिला प्रशासन बांध को लेकर अलर्ट हो गया है।
धौलपुर। 4 साल बाद फिर खतरे के निशान पर चंबल पहुंच गई है। चंबल नदी का गेज 140 मीटर पर जा पहुंचा। इसके चलते धौलपुर जिले के 20 से अधिक गांवों पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। प्रशासन ने चंबल के उफान को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है। सर मथुरा झिरी गांव के कई मकानों में पानी भर गया।
अजमेर में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। किशनगढ़ के गांधीनगर क्षेत्र में पानी में डूबने से दो जनों की मौत हो गई। इनमें से एक युवक खेत में भरे पानी में डूब गया तो दूसरा तालाब डूब गया।बारिश से मानो जनजीवन थम सा गया गया है। तीर्थराज पुष्कर सरोवर पानी से लबालब भर गया है। कॉलोनियों की गलियों में पानी भरा है। इससे लोगों को बाहर निकलने में काफी परेशानी हो रही है। खराब मौसम के चलते किशनगढ़ एयरपोर्ट पर कई फ्लाइटें प्रभावित हुई है।
कोटा बैराज से छोड़ा पानी लोगों के लिए परेशानी बन गया है। चंबल नदी के उफनने से पानी गांवों मेंं जा घुसा। करौली के 6 गांवों से ग्रामीणों को शिविरों में पहुंचाया है। मण्डरायल का टोडी गांव पानी से घिर गया। 150 लोगों का रेस्क्यू किया गया है।
हाड़ौती के कैथून में भारी बारिश से चन्द्रलोही नदी में उफान आ गया। इससे कई घरों में पानी भर गया। इसके चलते सैकड़ों लोगों को दूसरी जगह शरण लेनी पड़ी। 3 दिन से कॉलोनियों में पानी भरा रहने के कारण घरों में रखा सामान खराब हो गया है। इससे लोगों को लाखों का नुकसान हुआ है। शनिवार को पानी उतरा तो तबाही का मंजर नजर आया। लोग पीने के पानी के लिए तरस गए। जिला कलक्टर ने बाढ़ से हुए नुकसान के सर्वे के आदेश दे दिया है।