30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हिंदू मेला: दशहरा मैदान में एक ही जगह होंगे तीर्थ स्थलों के दर्शन, ग्रामीण परिवेश की भी दिखेगी झलक

हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन की ओर से आदर्शनगर के दशहरा मैदान में आयोजित होने वाले पांच दिवसीय हिंदू मेला आज से शुरू हो रहा है।

2 min read
Google source verification
Hindu mela jaipur

Hindu mela jaipur

जयपुर. हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन की ओर से आदर्शनगर के दशहरा मैदान में आयोजित होने वाले पांच दिवसीय हिंदू मेला आज से शुरू हो रहा है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़, शांतिकुंज हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या, स्वामी चिदानंद सरस्वती, साध्वी ऋतंभरा, निंबार्काचार्य श्रीश्याम शरण देवाचार्य अपराह्न चार बजे मेले का विधिवत उद्घाटन करेंगे। बुधवार देर रात तक तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। मुख्य प्रवेश द्वार को हवामहल की प्रतिकृति के रूप में बनाया गया है। मुख्य डोम के अलावा 7 अलग-अलग डोम बनाए गए हैं। ये डोम मठ, मंदिर एवं सामाजिक संस्थाओं को निशुल्क आंवटित किए गए हैं। इन स्टॉल पर वे अपने कार्यों का प्रदर्शित करेंगी और आमजन को जोड़ेंगी। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की ओर से सप्त क्रांति की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। साथ ही गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य की लिखी 3200 पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।

प्रदेश सचिव सोमकांत शर्मा ने बताया कि मेले का उद्देश्य आध्यात्मिक एवं सामाजिक संगठनों की ओर से समाज में किए जा रहे हैं सेवा कार्यों का प्रस्तुतिकरण कर जन जन को सेवा कार्यों से जोड़ना है। इसलिए मेले में हिंदू दर्शन को समझने और समझाने के कार्यक्रम और गतिविधियां होंगी। मेले में प्रतिदिन अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। हिंदू सेवा मेले के माध्यम से जंगल, वन्य जीव संरक्षण, पर्यावरण सुरक्षा, परिवार, मानवीय मूल्य, नारी सम्मान और देशभक्ति भावना जगाने के अनेक प्रकल्प लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे। मेले में परिवार, प्रकृति व देश के प्रति समन्वय के लिए प्रतिदिन अलग-अलग विषयों पर प्रतीकात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

ये होंगे मुख्य कार्यक्रम :

27 सितंबर को नारी सम्मान के लिए कन्या एवं सुहासिनी वंदन कार्यक्रम में 2100 कन्याओं का पूजन किया जाएगा।

28 सितंबर को शिक्षक वंदन में लगभग 2100 शिक्षकों एवं गुरुओं का अभिनंदन किया जाएगा।

29 सितंबर को मातृ-पितृ वंदन कार्यक्रम रहेगा। बच्चे अपने माता-पिता का वंदन करेंगे।

30 सितंबर को परमवीर वंदन कार्यक्रम का आयोजित किया जाएगा। जिसमें परमवीर चक्र विजेताओं का वंदन किया जाएगा। परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव भी शामिल होंगे।

दादी-नानी सुनाएंगी कहानी :

कार्यक्रम के अन्य मुख्य आकर्षणों में सेवा कार्यों की प्रदर्शनी, विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी, शौर्य मंडपम के माध्यम से भारत को जाने प्रदर्शनी, प्रयास कला उत्सव, भारतीय मूल्य पर लाइव पेंटिंग का आयोजन, दादी नानी का घर में प्रतिदिन कहानी एवं कथाएं सुनाई जाएगी।