दरअसल, मामले का खुलासा तब हुआ जब आयकर विभाग ने ज्वैलर के यहां छापेमारी की। तो वहीं छापेमारी के दौरान आईटी विभाग को ज्वैलर के कई काले कारनामों का भी पता लगा। जहां उसके पास से नकली ज्वैलरी समेत हीरे जवाहरात और कई संदिग्ध दस्तावेज भी आयकर ने जब्त किए। जिसके आधार पर ही टीम को ज्वैलर के करोड़ों रुपए के ठगी का पर्दाफाश हुआ।
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REET आवेदन पत्रों में ऑनलाइन सुधार आज से,18 दिसंबर तक कर सकेंगे सुधार आयकर विभाग के मुताबिक, ज्वैलर का हीरे-जवारात और गहनों का यह ठगी का धंधा राजस्थान समेत कई राज्यों में फैला हुआ है। जहां वह ग्रहकों को नकली हीरे, कम मूल्य के गहनों और जवारात को 10 से 15 साल के गांरटी बेचता था। फिर माल बेचने के बाद शातिर ज्वैलर अपना शोरुम बंद कर गायब हो जाता था। और फिर से किसी अन्य नाम से शोरुम खोल लेता था, जिससे कि वह लोगों की नजरों से बचा जाता। लेकिन इस बार आयकर विभाग ने मुस्तैदी दिखाते हुए उसके ठगी का पर्दाफाश कर दिया।
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दूध और अंडे की शौकीन है राजस्थान की ये बाघिन, मंगलवार को रखती है हनुमान जी का व्रत आयकर विभाग की मानें तो अब तक ज्वैलर ने 400 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी को अंजाम दे चुका है, जबकि जांच के बाद ठगी का यह मामला हजार करोड़ तक भी पहुंच सकता है।