10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Kota Suicide Cases : चिंतित सीएम अशोक गहलोत ने मां-बाप को चेताया, डमी स्कूल और आईआईटीयन पर कसा तंज

Kota Suicide Cases Meeting : इस वर्ष अब तक कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे करीब 20 छात्रों ने आत्महत्या की है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोचिंग संचालकों संग बैठक कर छात्र-छात्राओं के बढ़ते सुसाइड मामलों पर चिंता जताई। जानें इस मामले में सीएम गहलोत ने क्या कहा...

2 min read
Google source verification
ashok_gehlot.jpg

CM Ashok Gehlot

राजस्थान का कोटा शहर, IIT और NEET परीक्षाओं की तैयारी का एजुकेशन हब है। पर इस वर्ष प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे करीब 20 छात्रों ने खुदकुशी कर ली है। शुक्रवार शाम करीब 2 घंटे सीएम अशोक गहलोत ने कोचिंग संस्थान के संचालकों के संग बैठक की। सुसाइड मामले में गंभीरता जताते हुए सीएम गहलोत ने शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया। सीएम गहलोत ने निर्देश दिया कि कमेटी, कोचिंग संचालकों, अभिभावकों और बच्चों के मां-बाप के सुझाव लेकर 15 दिन के भीतर रिपोर्ट दे।

राजस्थान CM अशोक गहलोत ने बच्चों के मां-बाप को आड़े हाथों लेते हुए कहा, आप नौवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों को कोचिंग संस्थानों में दाखिला दिलाकर अपराध कर रहे हैं। यह माता-पिता की भी गलती है। छात्रों पर बोर्ड परीक्षाओं को पास करने और प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने का बोझ है...यह सुधार का समय है क्योंकि हम युवा छात्रों को आत्महत्या करते हुए नहीं देख सकते। एक भी बच्चे की मौत माता-पिता के लिए बहुत बड़ी क्षति है।



देशभर में 13000 से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने की आत्महत्या

बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा देशभर में 13000 से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है, जिनमें महाराष्ट्र के 1034, कर्नाटक के 855 और ओडिशा के 834 विद्यार्थी हैं। अगर एक भी बच्चा सुसाइड कर ले तो यह सभी के लिए दुख की बात है।

आईआईटीयन का बदला ट्रेंड

सीएम गहलोत ने कहा, आईआईटी कर चुके लोगों का भी ट्रेंड बदल चुका है। ये लोग अब मूल काम करने के बजाए राजनीतिक दलों के लिए सर्वे करते है, पॉलिटिकल पार्टियों के लिए अलग-अलग तरीके से कैंपेन करते हैं। कोटा में डमी स्कूल व्यवस्था पर भी कटाक्ष किया।

पहल : पंखों में लगाया स्प्रिंग डिवाइस

कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल ने बताया, कोटा में करीब 3500 हॉस्टल हैं, जिसमें अब तक 3200 हॉस्टलों के कमरों में स्प्रिंग डिवाइस लगाई जा चुकी है। स्प्रिंग डिवाइस लगे पंखे में 40 किलो से अधिक वजन लटकने पर पंखा नीचे आ जाता है। इससे जो भी इस पंखे के लटकेगा, उसके पैर जमीन पर आ जाएंगे। साथ ही, इसमें अलार्म सिस्टम होता है, जिससे अलार्म बज जाता है।