दो पर त्रिकोणीय, तो 11 पर आमने-सामने का मुकाबला
सूत्रों के अनुसार बाड़मेर और बांसवाड़ा सीट को त्रिकोणीय मुकाबले में माना जा रहा है। दोनों ही सीटें भाजपा और कांग्रेस के लिए सिरदर्द बन गई है। बाड़मेर में निर्दलीय ने मुकाबला रोचक बना दिया है। वहीं बांसवाड़ा में कांग्रेस ने बीएपी से गठबंधन तो कर लिया, लेकिन वे अपना अधिकृत प्रत्याशी चुनाव मैदान से नहीं हटवा पाए।
कांग्रेस के लिए 9 तो भाजपा के लिए 4 सीटें हैं सिरदर्द
विस चुनाव में खराब प्रदर्शन के चलते भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, अजमेर, झालावाड़-बारां, जोधपुर, कोटा, पाली, राजसमंद, उदयपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस को पसीना बहाना होगा। वहीं, भाजपा को जालोर-सिरोही, टोंक-सवाईमाधोपुर, बांसवाड़ा, बाड़मेर में मेहनत करनी होगी।
तीन विधायक और सात सांसद लड़ रहे चुनाव
दूसरे चरण की तेरह सीटों में सात सीटों पर सांसद और तीन सीटों पर विधायक चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने टोंक-सवाईमाधोपुर से विधायक हरीश मीणा और बांसवाड़ा से गठबंधन के तहत बीएपी के प्रत्याशी विधायक राजकुमार रोत को समर्थन दिया है। वहीं, बाड़मेर से निर्दलीय विधायक रविन्द्र भाटी चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने बाड़मेर, जोधपुर, कोटा, झालावाड़-बारां, टोंक-सवाईमाधोपुर, पाली, चित्तौड़गढ सीट पर वर्तमान सांसदों को फिर से मौका दिया है। इनमें से जोधपुर और बाड़मरे सांसद केन्द्र में मंत्री भी हैं।