ये विधानसभा चुनाव हारे, लेकिन सांसद का टिकट मिला भाजपा ज्योति मिर्धा: ज्योति मिर्धा ने 2023 का विधानसभा चुनाव नागौर विधानसभा सीट से लड़ा था। लेकिन ये कांग्रेस प्रत्याशी हरेन्द्र मिर्धा से पराजित हो गई। इसके अलावा ज्योति मिर्धा लगातार दो बार लोकसभा का चुनाव हार रही है। मिर्धा कांग्रेस से चुनाव लड़ती आई हैं। इस बार वे भाजपा में शामिल हो गई और लोकसभा का टिकट मिला है। तीन बार लोकसभा और एक बार विधानसभा का चुनाव हारने के बाद भी इन्हें भाजपा ने नागौर से प्रत्याशी बनाया है। हालांकि कांग्रेस ने अभी इस सीट से अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
कांग्रेस संजना जाटव –संजना जाटव नया चेहरा है। इन्हें पहली बार अलवर जिले के कठूमर विधानसभा सीट से वर्ष 2023 में विधानसभा का टिकट मिला था। इन्हें कांग्रेस ने चार बार से जीते बाबूलाल बैरवा का टिकट काटकर मौका दिया था। ये मात्र 409 मतों से भाजपा के प्रत्याशी रमेश खींची से हारी हैं। अब इन्हें भरतपुर लोकसभा सीट से सांसद प्रत्याशी बनाया गया। कठूमर विधानसभा क्षेत्र भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में आता है। भाजपा यहां से पहली सूची में रामस्वरूप कोली को अपना प्रत्याशी बना चुकी है।
गोविन्द राम मेघवाल गोविन्द राम मेघवाल खाजूवाला से वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट से ही हारे हैं। ये भाजपा के विश्वनाथ मेघवाल से हार गए थे। इन्हें बीकानेर से टिकट मिला है। हालांकि मेघवाल वर्ष 2003 में विधायक रहे हैं। इसके तीन बार विधायक का चुनाव हार चुके हैं। पिछले सरकार में ये मंत्री थे। इसके अलावा इन्हें वर्ष 2009 में लोकसभा का टिकट मिला था। लेकिन ये जीत नहीं पाए। यहां से भाजपा पहली ही सूची में अर्जुनराम मेघवाल को मैदान में उतार चुकी है।