नवग्रहों में मंगल देव को सेनापति माना गया है। मंगल देव को क्रूर ग्रह कहा जाता है हालांकि शुक्र के साथ ही उन्हें भी प्रेम संबंधों का कारक भी माना जाता है। सच तो यह है कि बिना उनकी प्रसन्नता के न दांपत्य सुख मिलता है और न ही प्रेम सुख।
जयपुर•Sep 29, 2020 / 09:01 am•
deepak deewan
Mangalik Dosh , Hanumanji Ki Puja Ka Mahatva , Mangaldev
Home / Jaipur / Mangalvar Ke Upay – सुखमय प्रेम संबंधों और दांपत्य जीवन के लिए जरूरी है आधा घंटे का यह पाठ