पश्चिमी और मध्य भारत में मानसून सक्रिय Monsoon active in western and central India
देश के पश्चिमी, मध्य और दक्षिणी हिस्सों में मानसून सक्रिय है। हालांकि, उत्तरी हिस्से के राज्यों में मानसून की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है। IMD ने मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत 13 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसमें 20 जुलाई को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, गांगेय पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और केरल शामिल हैं।
राजस्थान के जिलों में बारिश का प्रभाव Effect of rain in the districts of Rajasthan
राजस्थान के 25 जिलों में आज बारिश की संभावना है, जिसमें से डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, उदयपुर, सिरोही, जालोर, चित्तौड़गढ़ और झालावाड़ में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। गुरुवार को भरतपुर, पाली, टोंक, बाड़मेर, बालोतरा, जैसलमेर, जालोर, दौसा, भीलवाड़ा समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई। इस बारिश से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई, जिसमें बालोतरा का नाहटा अस्पताल और जैसलमेर के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई।
शुक्रवार और शनिवार को बारिश का पूर्वानुमान Rain forecast for Friday and Saturday
IMD ने 19 जुलाई को जैसलमेर को छोड़कर सभी जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, 20 जुलाई को जैसलमेर, बाड़मेर और जालोर को छोड़कर सभी जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार 17 जुलाई को प्रदेश के 30 जिलों में बारिश का अलर्ट था, जिसमें 13 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई थी।
मानसून का कहर: गर्मी से राहत
राजस्थान के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश की संभावना के बावजूद, कुछ जिलों में तेज धूप और गर्मी बनी रही। जैसलमेर और फलोदी में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से भी पार पहुंच गया। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, 19 जुलाई को प्रदेश के 12 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक, उदयपुर, बाड़मेर, जालौर, जोधपुर, नागौर और पाली जिले शामिल हैं। पांच जिलों में भारी बारिश और तीन जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर और राजसमंद में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मानसून की यह रफ्तार प्रदेश में कहीं राहत तो कहीं कहर का रूप दिखा रही है, जिससे जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।