हालांकि, इससे पहले दोपहर बाद किशनपोल, हवामहल और आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र के पार्षद विधायक अमीन कागजी के पक्ष में लामबंद होकर हैरिटेज निगम मुख्यालय पहुंच गए। पार्षदों ने आयुक्त अवधेश मीणा से बात की। उनसे कहा कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक यहां से नहीं हटेंगे। करीब 10 से 15 मिनट आयुक्त से बातचीत चली और उसके बाद उप-महापौर असलम फारुखी की चैम्बर में जाकर सभी पार्षद बैठ गए। आयुक्त ने किशनपोल जोन उपायुक्त सोहनराम चौधरी को अवैध निर्माण को तोडऩे के निर्देश दिए।
आयुक्त से बातचीत के दौरान पार्षदों ने कहा कि इस मामले में विधायक अमीन कागजी की फजीहत हो रही है। जिस निर्माण को उन्होंने 2019 में तुड़वाया था, उसको निगम क्यों बनने दे रहा है? दो दिन का समय देकर क्या निर्माणकर्ता को स्टे लाने का रास्ता दिखाया जा रहा है। इसके बाद आयुक्त ने ध्वस्तीकरण के आदेश जारी कर दिए।
जिस तरह से 23 पार्षद विधायक के पक्ष में लामबंद होकर हैरिटेज मुख्यालय पहुंचे। उससे साफ लग रहा है कि शहरी सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कामकाज से लेकर समिति अध्यक्षों की नियुक्तियां न होने की नाराजगी है। हालांकि, तीन विधानसभा क्षेत्रों से 23 पार्षद आए, लेकिन सिविल लाइन्स विस क्षेत्र से एक भी पार्षद नहीं पहुंचा।
मैं दो दिन से जयपुर से बाहर थी। इस वजह से विधायक अमीन कागजी ने शिकायत पर कार्रवाई नहीं करवा पाई। आज आकर जमीन की जांच करवाई और उसमें पाया गया कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हो रहा था। टीम भेजकर उसे ध्वस्त करवा दिया है।
-मुनेश गुर्जर, महापौर