scriptनागफणी हादसा: मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख की सरकारी सहायता, बच्ची रोई तो पसीजा मंत्री का दिल… | nagphani Incident: 1-1 lakh help to families of dead: excess rain Inci | Patrika News
जयपुर

नागफणी हादसा: मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख की सरकारी सहायता, बच्ची रोई तो पसीजा मंत्री का दिल…

( heavy rain in ajmer ) पीड़ित परिवार की एक बच्ची रोकर कहने लगी कि हमारा तो अब कोई आसरा भी नहीं रहा। ना मकान है और ना ही पढ़ाई व खाने पीने की कोई व्यवस्था। बच्ची की पीड़ा ( natural calamity rajasthan ) से व्यथित मंत्री भाया ने उसके सिर पर हाथ रखकर कहा कि तुम मकान की चिंता मत करो, वह मैं स्वयं बनवाउंगा। उन्होंने अपने श्री पाश्र्वनाथ मानव सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट से पीड़ित परिवार को मकान बनवाकर देने की घोषणा की।

जयपुरAug 06, 2019 / 09:55 pm

abdul bari

nagphani Incident

नागफणी हादसा: मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख की सरकारी सहायता, बच्ची रोई तो पसीजा मंत्री का दिल…

जयपुर
राजस्थान के खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ( Pramod Jain Bhaya ) ने मंगलवार को अजमेर जिले के नागफणी क्षेत्र में पिछले दिनों अतिवृष्टि ( heavy rain in ajmer ) के कारण मकान ढ़हने से हुए हादसे में मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें मुख्यमंत्री सहायता कोष ( Chief Ministers Relief Fund ) के तहत एक-एक लाख रूपए की सहायता राशि के चैक सौंपे। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं ( natural calamity rajasthan ) के कारण होने वाले हादसे चिंताजनक हैं। सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ पीड़ितों के साथ खड़ी है।

हादसों की रोकथाम की दिशा में कार्य किया जा रहा है

इस दौरान खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए हादसों में मृतकों व घायलों के प्रति राज्य सरकार ( Rajasthan Government ) पूरी तरह संवेदनशील होकर कार्य कर रही है। इस तरह की घटनाओं को गम्भीरता से लेकर पीड़ितों को राहत पहुंचाने के साथ ही हादसों की रोकथाम की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि प्रत्येक जरूरतमंद परिवार तक सरकार पहुंचे।
बच्ची रोई तो पसीजा मंत्री का दिल

जब मंत्री भाया आपदाग्रस्त मकान को देखने के बाद घटना स्थल से कुछ दूर रह रहे मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंचे। तो इस दौरान पीड़ित परिवार की एक बच्ची रोकर कहने लगी कि हमारा तो अब कोई आसरा भी नहीं रहा। ना मकान है और ना ही पढ़ाई व खाने पीने की कोई व्यवस्था। बच्ची की पीड़ा से व्यथित मंत्री भाया ने उसके सिर पर हाथ रखकर कहा कि तुम मकान की चिंता मत करो, वह मैं स्वयं बनवाउंगा। उन्होंने अपने श्री पाश्र्वनाथ मानव सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट से पीड़ित परिवार को मकान बनवाकर देने की घोषणा की।
…तुरन्त राहत प्रदान की जाए

मंत्री ने मौके पर उपस्थित अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम आनन्दी लाल वैष्णव को निर्देश दिए कि पीड़ित परिवार को पालनहार, छात्रवृति एवं अन्य समाज कल्याण की योजनाओं में चिन्हित कर तुरन्त राहत प्रदान की जाए। खान मंत्री ने कमला नेहरू टीबी अस्पताल में भर्ती पीड़ित परिवार की महिला से भी मुलाकात कर कुशलक्षेम भी पूछी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो