Shardiya Navratri 2022: नवरात्रि में बिल्कुल न रखें घर में ये चीजें
जरी की बेशकीमती पोशाक होगी खास
आमेर स्थित शिला माता मंदिर में पुजारी बनवारी शर्मा के सान्निध्य में सुबह 6.25 बजे घटस्थापना होगी। वहीं, श्रद्धालु सुबह 7.30 से दोपहर 12.30 बजे तक यहां दर्शन कर सकेंगे। फिर शाम को चार से 8.30 बजे तक दर्शन होंगे। महिला-पुरुषों की अलग-अलग लाइनों के साथ ही बेरिकेडिंग की जा रही है। छाया के लिए टैंट लगाने के साथ ही सुरक्षा के विशेष इंतजाम रहेंगे। वहीं, जयपुर के पूर्व राजपरिवार की ओर से माता को जरी की बेशकीमती पोशाक धारण करवाई जाएगी। दुर्गापुरा के मंदिर में महंत महेंद्र भट्टाचार्य के सान्निध्य में सुबह सात बजे घटस्थापना होगी। सुबह छह से दोपहर 12, शाम पांच से नौ बजे तक भक्त दर्शन कर सकेंगे। राजापार्क, पंचवटी सर्किल के मंदिर में मां की पांच बार पोशाक बदली जाएगी।
नवरात्र से दिवाली तक इस बार खरीदारी की होगी बंपर दिवाली, बनेंगे नए रिकॉर्ड
घटस्थापना: कुल तीन घंटे 53 मिनट की अवधि
ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि इस साल प्रात:काल, दिस्वभाव कन्या लग्न में घटस्थापना होगी, जो कि सुबह 6.21 से 7.57 तक बजे होगी। यानि 96 मिनट घटस्थापना के लिए होंगे। यही सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा। फिर दोपहर में 11.55 से 12.42 बजे अभिजीत मुहूर्त में घटस्थापना होगी। शुभ के चौघड़िये में सुबह 9.19 से 10.49 बजे तक घटस्थापना की जा सकेगी।
पूरे नौ दिन के नवरात्र
ज्योतिषविद आचार्य जैनेंद्र कटारा, पं. घनश्याम शर्मा ने बताया कि नवरात्र में तिथियों की घटत बढ़त नहीं हो रही है। 26 को प्रतिपदा पर प्रथम नवरात्र होगा। 27 को द्वितीय और इसी क्रम में तीन अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी और चार अक्टूबर को महानवमी होगी। मां दुर्गा हाथी की सवारी पर पृथ्वी लोक आने से यह नवरात्र सभी राशि के जातकों के लिए समृद्धिकारक रहेंगे।