ग्रेटर निगम सीमा क्षेत्र की प्रमुख बड़ी सड़कों के किनारे मानसून में पांच हजार पौधे लगाएगा। इनकी देखरेख उद्यान शाखा ही करेगी। इसके अलावा 45 हजार पौधे निगम सीमा क्षेत्र के वार्डों में दिए जाएंगे। वहीं, वन विभाग से ढाई लाख पौधों को पार्कों, स्कूल से लेकर अन्य सरकारी दफ्तरों में लगाने का प्लान है।दरअसल, स्वायत्त शासन विभाग ने नगर निगमों को अपने सीमा क्षेत्र में तीन लाख पौधे लगाने का लक्ष्य दिया है।
जेडीए: पौधा वितरण की निगरानी करने की तैयारी
रियायती दर पर जेडीए हर वर्ष पौधे बांटता है। इनकी कोई निगरानी नहीं होती। इस बार ऐप से निगरानी करने की तैयारी की जा रही है। आधार के साथ मोबाइल नम्बर भी लिया जाएगा। दोबारा आने पर ऐप बता देगा कि पहले पौधे लिए जा चुके हैं। इसके अलावा जेडीए पौधा वितरण केंद्र भी बढ़ाएगा, ताकि लोगों के घर के पास ही अच्छे पौधे मिल सकें। एक लाख पौधे बांटने का लक्ष्य जेडीए ने रखा है।
पत्रिका व्यू: पौधों की करें देखभाल, तभी बनेगा हरित जयपुर
भीषण गर्मी के दौर में लोगों को हरियाली की याद आ रही है। सरकारी मशीनरी भी पौधे लगाने पर जोर दे रही है। मानसून में दोनों नगर निगम और जेडीए मिलकर करीब सात लाख पौधे लगाने की बात कर रहे हैं। इतने पौधे रियायती दर पर बेचे और बांटे भी जाएंगे। पौधा लगाने के बाद शहरवासियों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। अपने घर के पास से लेकर पार्क में लगने वाले पौधे की देखभाल करें। आप जिस पौधे की देखभाल कर रहे हैं, वो पौधा किसी कारणवश मर जाए तो उसको बदलवाने के लिए क्षेत्रीय पार्षद से कहें। सभी को अपने पौधे को पेड़ बनाने का संकल्प लेना होगा। वैसे एक्सपर्ट की मानते हैं कि तीन साल बाद पौधे की देखरेख करने की जरूरत नहीं पड़ती और एक वर्ष बाद पौधा मरता भी नहीं है। जब हर पौधा पेड़ बनेगा, तभी जयपुर हरा-भरा होगा।