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Rajasthan Election Result 2023: सत्ता जाते ही ‘राजदार’ ही खोलने लगे राज

निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने कांग्रेस की सरकार जाते ही पलटी मारी है। उन्होंने कांग्रेस सरकार के पुन: सत्ता में नहीं आने के लिए निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ही जिम्मेदार ठहरा दिया है।

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जयपुर

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Nupur Sharma

Dec 04, 2023

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Rajasthan Election Result 2023: निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने कांग्रेस की सरकार जाते ही पलटी मारी है। उन्होंने कांग्रेस सरकार के पुन: सत्ता में नहीं आने के लिए निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ही जिम्मेदार ठहरा दिया है। 25 सितंबर 2022 की घटना को भी पूरी तरह से प्रायोजित बताते हुए कहा कि आलाकमान के खिलाफ़ विद्रोह कर अवमानना की गई। उसी दिन से खेल शुरू हो गया था।

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उन्होंने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा है कि मैं नतीजों से आहत जरूर हूं, लेकिन अचंभित नहीं। कांग्रेस राजस्थान में नि:संदेह रिवाज बदल सकती थी, लेकिन निवर्तमान मुख्यमंत्री कभी कोई बदलाव नहीं चाहते थे। यहकांग्रेस की नहीं बल्कि गहलोत की शिकस्त है।

गहलोत के चेहरे पर, उनको फ्री हैंड देकर, उनके नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव लड़ा और उनके मुताबिक प्रत्येक सीट पर वे स्वयं चुनाव लड़ रहे थे। न उनका अनुभव चला, न जादू और हर बार की तरह कांग्रेस को उनकी योजनाओं के सहारे न जीत मिली और न ही पिंक प्रचार काम आया।

सब कुछ बता दिया था
लोकेश ने कहा कि उन्होंने स्वयं मुख्यमंत्री को यह पहले बता दिया था। लेकिन उन्हें कोई ऐसी सलाह या व्यक्ति अपने साथ नहीं चाहिए था, जो सच बताए। ग्राउंड रिपोर्ट दी, लेकिन नहीं मानी। उनके कहने पर बीकानेर के बाद भीलवाड़ा से टिकट मांगा। इस सीट को लगातार 20 साल से हार रहे थे, लेकिन ये नया प्रयोग नहीं कर पाए। बीडी कल्ला के लिए 6 माह पहले बता दिया था, वे बीस हजार से ज्यादा मत से चुनाव हारेंगे। वही हुआ।

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लोकेश ने कहा, तीसरी बार लगातार मुख्यमंत्री रहते गहलोत ने पार्टी को फिर हाशिए पर लाकर खड़ा कर दिया है। पार्टी से आज तक सिर्फ़ लिया, लेकिन कभी अपने रहते पार्टी की सत्ता में वापसी नहीं करवा पाए। उन्होंने अशोक गहलोत पर आलाकमान के साथ फरेब करने, ऊपर सही फीडबैक न पहुंचने देने, किसी को विकल्प तक न बनने देने, अपने फायदे के लिए जुड़े लोगों से घिरे रहकर आत्ममुग्धता में लगातार गलत निर्णय करने के आरोप लगाए। तमाम फीडबैक और सर्वे को दरकिनार कर अपनीमनमर्जी और अपने पसंदीदा प्रत्याशियों को उनकी स्पष्ट हार को देखते हुए भी टिकट दिलवाने की जिद रही। इस वजह से ये नतीजे तय थे।