डी.लिट की मानद उपाधि भारतीय संस्कृति परम्परा के संरक्षण, शिक्षा के सर्वोन्न्मुखी विकास के चिंतन, समाज को प्रगतिशील सुंदर, सुसभ्य व गरिमामय बनाने के लिए सामाजिक विशिष्ट कार्य के क्षेत्र में अपूर्व योगदान के लिए दी गई। यह उपाधि डॉ. गुलाब कोठारी, शिक्षाविद कलानाथ शास्त्री और अनुराग कृष्ण पाठक को दी गई। पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ.कर्णसिंह के समारोह में नहीं आ सकने से यह उपाधि विश्वविद्यालय उन्हें बाद में सौंपेगा। कार्यक्रम में कुलपति डॉ.अनुला मौर्य ने विश्वविद्यालय के बारे बताया। इस अवसर पर विभाग की सचिव मंजू राजपाल भी उपस्थित थी।
समारोह में राज्यपाल करीब 21 हजार 535 डिग्रियों के वितरण के साथ ही प्रतिभावान विद्यार्थियों को 30 स्वर्ण पदक प्रदान किए। इस अवसर पर शैक्षणिक सत्र 2017 की 12 हजार 167 और 2018 की 9 हजार 368 डिग्रियों का वितरण किया गया। शैक्षणिक सत्र 2017 के 16 और 2018 के 14 स्वर्ण पदक भी विद्यार्थियों को दिए गए।
इन्हें मिला स्वर्ण पदक
सत्र 2017 में 16 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक दिए गए। ये पदक पूनम गुप्ता, अंकिता शर्मा, अनुज कंवर, रविन्द्र शर्मा, प्रवीण कुमार, जिज्ञासा भारद्वाज, भोलूदास, पूनम गुप्ता, अंकित कुमार शर्मा, मोहित शर्मा, रेणू शर्मा, मीनाक्षी चोटिया, जैन पवन मांगीलाल, भागीरथ सूत्रकार, रेखा पारिक और वीपिन कुमार शुक्ला को स्वर्ण पदक दिए गए।