सर्दी के बावजूद मैराथन में भाग लेने के लिए बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में खासा उत्साह नजर आया। आलम ये था कि तड़के चार बजे से ही इस हाफ मैराथन रैली में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचने लगे थे।
मैराथन को तीन श्रेणियों में बांटा गया था, इनमे 5 किलोमीटर की ड्रीम रन, 10 किलोमीटर की कूल रन और 21.1 किलोमीटर की हॉफ मैराथन शामिल थी। मैराथन रैली रामनिवास बाग से शुरू हुई और जवाहर सर्किल तक पहुंची। यहां से वापस रामनिवास बाग आकर समाप्त हुई। मैराथन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के लिए मार्ग में जगह-जगह नाश्ते और पानी की व्यवस्था का भी इंतजाम किया गया था।
वाहनों के डायवर्जन्स- पुलिस की मशक्कत ट्रेफिक पुलिस ने इस मैराथन को ध्यान में रखते हुए इस मार्ग में आने वाले तमाम पॉइंट्स को लेकर डायवर्जन्स की प्लानिंग की हुई थी। इसे लेकर बाकायदा अखबारों और अन्य मीडिया माध्यमों के ज़रिये भी सूचना जारी की गई थी। लेकिन मैराथन के दौरान जगह-जगह वाहनचालक इन डायवर्जन्स की वजह से खासे परेशान हुए।
कुछ पॉइंट्स तो ऐसे रहे जहां ट्रेफिक पुलिस को यातायात सुचारू करने के लिए मैराथन रुट के बीच में से ही वाहनों को निकालना पड़ा। ऐसे में मैराथन में भाग लेने पहुंचे धावकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस तरह के नज़ारे ओटीएस चौराहे, बजाज नगर तिराहे और जेडीए सर्किल सहित अन्य पॉइंट्स पर देखे गए।