बताते चलें कि राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) और रेसला शिक्षक संगठन के बैनर तले शिक्षक आज उपवास पर है। रेसला के प्रदेश महामंत्री सुमेर खटाना ने बताया कि गांधी जयंती के उपलक्ष पर शिक्षा संकुल रेसला उपवास रखकर महापड़ाव की शुरुआत कर रहा हैं। वहीं राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद शर्मा ने बताया कि गांधीजी की प्रतिमा के सामने शिक्षक उपवास पर बैठ कर अपना विरोध दर्ज करवाएंगे। अपनी मांगों को मनवाने के लिए शिक्षक उपवास से अपने महापड़ाव की गांधीवादी तरीके से शुरुआत कर रहे है। शिक्षकों ने बताया कि राज्य सरकार लगातार वेतन कटौती, वेतन रिकवरी, न्यू पेंशन, संख्यात्मक अनुपात जैसे मुद्दों पर व्याख्याताओं के हितों पर कुठाराघात कर रही है। हमने सरकार से वार्ता के कई बार प्रयास किया, धरना दिया, क्रमिक अनशन किया, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। तो प्रदेश के 52000 व्याख्याताओं को अपनी लड़ाई फिर से लडऩी पड़ रही है।