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पाठ्यक्रम बदलाव में राजनीतिक दलों का नहीं कोई नाता: देवनानी

डिजिटल बाल मेले में बच्चों से रूबरू हुए पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी

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जयपुर

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Rakhi Hajela

Jul 05, 2021

पाठ्यक्रम बदलाव में राजनीतिक दलों का नहीं कोई नाता: देवनानी

पाठ्यक्रम बदलाव में राजनीतिक दलों का नहीं कोई नाता: देवनानी



जयपुर, 5 जुलाई
राजस्थान के पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी का कहना है कि स्कूल के पाठ्यक्रम में बदलाव का राजनीतिक दलों से कोई वास्ता नहीं होता है। सिलेबस में परिवर्तन इसलिए होता है जिससे बच्चों को हर एक क्षेत्र में सक्रिय रखा जा सके। हर एक पीढ़ी को भारत के इतिहास और उसके सर्वश्रेष्ठ होने की गाथा पता होनी चाहिए। बच्चों को मिल रहे हर तरह के ज्ञान से वो एक आदर्श नागरिक के तौर पर तैयार होते है। एक आदर्श नागरिक बनाने के लिए ही बदलाव करने जरूरी हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा हमें अच्छा चरित्र, सच्चा देशभक्त और अच्छा नागरिक बनने में सहायक करती है। दरअसल, यह बात पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने डि जिटल बाल मेले में रूबरू होते हुए जाह्नवी शर्मा के सवाल के जवाब में कही। जाह्नवी ने पूछा था कि आखिर राजस्थान बोर्ड के सिलेबस में हर पांच साल में बदलाव क्यों होता है।
फ्यूचर सोसाइटी और एलआईसी की ओर से आयोजित रचनात्मक मंच डिजिटल बाल मेला 2021 सीजन.2 में सोमवार को बच्चों ने पूर्व मंत्री और विधायक वासुदेव देवनानी से शिक्षा के बदलते स्वरूप पर जमकर अपने सवाल दागे। इस दौरान काव्य गादिया के नई शिक्षा नीति लेकर आने के सवाल पर पूर्व मंत्री ने बताया कि नई शिक्षा नीति लाने का कारण बच्चों को हर तरह की सुविधा देना है, जिससे कोई भी बच्चा किसी भी कारण से शिक्षा से वंचित ना रह पाए। इस संवाद में बच्चों ने स्कूल फीस को लेकर पेरेंट्स और स्कूल मैनेजमेंट में लगातार हो रहे विवाद पर भी सवाल किया। बच्चों ने कहा कि जब पेरेंट्स टीसी लेने जा रहे हैं तो फीस के रुपए मांगे जा रहे हैं। जबकि अभिभावक कोरोना के कारण फीस चुकाने में असमर्थ हैं। ऐसे में बच्चों के भविष्य का क्या होगा? जिस पर देवनानी ने कहा कि उनकी सरकार में उन्होंने टीसी ना मिलने पर स्कूल में एडमिशन ना होने का नियम खत्म कर दिया था, जिसे अब भी लागू किया जाना चाहिए।