पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार विधानसभा चुनाव जीते कई दिग्गज विधायकों को भी चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। इसके अलावा विधानसभा चुनाव हारे कई पूर्व मंत्रियों को भी लोकसभा चुनाव में उतारने का मंथन हो रहा है। बताया जा रहा है कि नए साल की शुरुआत से ही लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर कांग्रेस में संगठनात्मक गतिविधियां तेज हो जाएंगी।
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कांग्रेस में इन नेताओं पर चर्चा
गोविन्द सिंह डोटासरा: प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और लक्ष्मणगढ़ से लगातार चौथी बार चुनाव जीते डोटासरा को सीकर से चुनाव लड़ाया जा सकता है।
हरीश चौधरी : बायतु विधायक हरीश चौधरी को जैसलमेर-बाड़मेर से चुनाव मैदान में लड़ाया जा सकता है। चौधरी पूर्व में यहां से सांसद रह चुके हैं।
महेंद्रजीत सिंह मालवीय : कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य और बागीदौरा से लगातार चौथी बार चुनाव जीते महेंद्रजीत सिंह मालवीय को भी आदिवासी अंचल की बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट से चुनाव लड़ाने को लेकर मंथन चल रहा है।
अशोक चांदना: भीलवाड़ा की हिंडोली से लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए अशोक चांदना को भी भीलवाड़ा से लोकसभा का चुनाव लड़ाए जाने की चर्चा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी चांदना भीलवाड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
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ओला और श्रवण में से किसी एक को मौका
झुंझुनूं से लगातार चुनाव विधायक चुने जा रहे बृजेंद्र ओला और सूरजगढ़ से विधायक श्रवण कुमार में से किसी एक को झुंझुनूं से लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है। बृजेंद्र ओला के पिता शीशराम ओला पांच बार झुंझुनूं से सांसद रह चुके हैं।