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जयपुर

वीरांगनाओं के मामले को लेकर विधानसभा में भिड़े धारीवाल और राठौड़

Rajasthan Legislative Assembly : राजस्थान विधानसभा में रविवार हो शहीदों की वीरांगनाओं से जुड़ा मामला उठा। मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में वीरांगनाओं के मामले को लेकर जवाब दिया। इस बीच सदन में हंगामा हुआ।

जयपुरMar 13, 2023 / 04:51 pm

Girraj Sharma

वीरांगनाओं के मामले को लेकर विधानसभा में भिड़े धारीवाल और राठौड़

वीरांगनाओं के मामले को लेकर विधानसभा में भिड़े धारीवाल और राठौड़

जयपुर। राजस्थान विधानसभा में रविवार हो शहीदों की वीरांगनाओं से जुड़ा मामला उठा। मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में वीरांगनाओं के मामले को लेकर जवाब दिया। इस बीच सदन में हंगामा हुआ। अध्यक्ष सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही स्थगित की। इसके बाद सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो हंगामा जारी रहा। इससे पहले मंत्री शांति धारीवाल ने राज्य सभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और वीरांगनाओं से पुलिस अभद्रता मामले में सरकार का पक्ष रखा।

पुलवामा शहीद की वीरांगनाओं के मामले में मंत्री धारीवाल ने कहा कि नियमों के तहत जिसकों नौकरी मिलनी होगी, उसे मिलेगी। नौकरी देना कोई तमाशा नहीं है। मंत्री ने आंदोलनरत तीन वीरांगनाओं को सरकार की ओर से दी गई सहायता का विस्तृत ब्यौरा सदन के सामने पेश किया। इस दौरान मंत्री ने कहा कि वीरांगनाओं के किसी अन्य परिजन को नौकरी नहीं दी जा सकती। नियमों को विरुद्ध किसी को नौकरी मिल गई हो, ऐसा कभी नहीं हुआ। इस बीच मंत्री ने कहा यह जो कुछ कर रहे हो, वह राजनैतिक फायदा उठाने के लिए किया जा रहा है। राज जनता की सेवा करने और कानून की पालना करने से आएगा। मंत्री धारीवाल के इस व्यक्तव्य पर विपक्ष ने एतराज जताया और जमकर हंगामा किया।

वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने सवाल किया कि सरकार के मंत्रियों ने वीरांगनाओं से पहले वादा क्यों किया। राठौड़ ने कहा कि मंत्री ने जवाब में 3 एफआईआर दर्ज करने की बात कही, इसका हेतु क्या था, सवाल यह हैं, जिन्होंने अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान कर दिया, उन्हें राजभवन का दरवाजा क्यों खटखटाना पड़ा। वीरांगनायें सचिन पायटल के गेट पर बैठी रही, लेकिन सीएम उनसे नहीं मिले और 500 किलोमीटर दूर से वीरांगनाओं को मिलने के लिए बुलाया गया। मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा था कि शहीद के भाई को नौकरी देंगे। राठौड़ ने मंत्री की ओर से वीरांगनाओं के लिए दिए गए व्यक्तव्य पर आपत्ती जताते हुए अगर ऐसा हुआ है तो मेरा इस्तीफा ले लिया जाए या फिर इस तरह की बात बोलने वाले को इस्तीफा देना चाहिए।

 

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किरोड़ी मामले पर यह दिया जवाब
मंत्री शांति धारीवाल ने जवाब देते हुए कहा कि डॉ. किरोड़ी मीणा सिविल लाइन्स बिना सूचना के पहुंचे और उनके द्वारा अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। सामोद जाने की सूचना पुलिस को मिली। किरोड़ी मीणा चौमूं की तरफ से समर्थकों के साथ आये थे। डॉ.किरोड़ी लाल मीणा से समझाइश की गई, लेकिन उग्र होकर बेरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की। पुलिस जाब्ते के साथ मारपीट करने लगे, पुलिस अधिकारी को चोटें आई। इसके बाद पुलिस अधिक्षक जयपुर ग्रामीन ने समझाइश की। इसेक बाद भी उग्र होकर नारेबाजी करने लगे। इस पर सामोद थाने में प्रकरण दर्ज कर जांच के लिए सीआईडी सीबी को भिजवाई जा रही है। वहीं भाजपा की ओर से राजमहल चौराहे पर धरना—प्रदर्शन किया गया। पुलिस वाहनों में तोडफोड की गई, इस पर अशोक नगर थाने में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान जारी है।

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