सांसद दीया कुमारी ने लोकसभा ( Loksabha ) में बुधवार को प्रश्नकाल में मावली-मारवाड़ आमान परिवर्तन परियोजना का कार्य शुरू नहीं होने का सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को पिछले तीन बजट में शामिल किया जा चुका है। यह योजना मेवाड़ को मारवाड़ क्षेत्र को जोडऩे के लिए अहम है और इससे पाली, जोधपुर, राजसमंद, चित्तौडग़ढ़ और उदयपुर जिले के लोगों को फायदा होगा। यह क्षेत्र पर्यटन और मार्बल उद्योग की दृष्टि से अहम है। ऐसे में उन्होंने सरकार से जानना चाहा कि इसका काम कब शुरू होगा।
इसके जवाब में केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री अंगाड़ी ने कहा कि परियोजना में बड़ी संख्या में भूमि अधिग्रहण, वन क्षेत्र, 10 टनल निर्माण और लंबी वादियां आ रही हैं। करीब 40 किलोमीटर लंबी लाइन वन क्षेत्र में आ रही है। इन सभी मुद्दों की जांच के बाद एमजी अनुभाग को विरासत रेलवे पर्यटन केंद्र बनाए रखने का फैसला किया। रेलवे ने इसे वर्तमान में एक विरासत केंद्र बना दिया है। इसलिए इस परियोजना का काम शुरू नहीं हो सकता। सांसद दीया कुमारी ने मंत्री के इस जवाब को निराशाजनक बताते हुए कहा कि यह परियोजना स्वीकृत हो चुकी है और इसकी डीपीआर बनाई जा रही है। हेरिटेज लाइन को वैसे ही जारी रखा जा सकता है।
राज्य सरकार की अहम भूमिका
इस मामले में दीया कुमार का कहना है कि यह काफी पेचीदा प्रोजेक्ट है। इसमें वन विभाग के साथ राज्य सरकार की अहम भूमिका है। इसकी डीपीआर बनाने का काम अंतिम चरण में है। केंद्र ने योजना बन्द नहीं की है। परियोजना को शुरू करवाने के प्रयास जारी रहेंगे।
इस मामले में दीया कुमार का कहना है कि यह काफी पेचीदा प्रोजेक्ट है। इसमें वन विभाग के साथ राज्य सरकार की अहम भूमिका है। इसकी डीपीआर बनाने का काम अंतिम चरण में है। केंद्र ने योजना बन्द नहीं की है। परियोजना को शुरू करवाने के प्रयास जारी रहेंगे।
पीएम मोदी से की थी मुलाकात गौरतलब है कि अभी कुछ समय पहले दीयाकुमारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) से मुलाकात कर मावली-मारवाड़ जंक्शन आमान परिवर्तन के कार्य को शीघ्र शुरू करने और हाइवे विस्तार योजनाओं को स्वीकृत करने की मांग की थी। इस मुलाकात के दौरान दीया कुमारी के साथ पद्मनी कुमारी ( Padmini Kumari ) भी मौजूद थी।