रेजीडेंट डॉक्टर्स अपनी मांगों को लेकर काफी समय से आंदोलन कर रहे हैं। जार्ड के अध्यक्ष अजीत बागड़ा ने बताया कि रेजीडेंट डॉक्टरों की 4 सूत्रीय मांगों पर 16 नवंबर को स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के साथ वार्ता हुई थी। वार्ता में मांगों पर समाधान के लिए 15 दिन का समय मांगा था। 30 नवंबर को मंत्री को फिर मांगों का ज्ञापन दिया।
मंत्री ने मंगलवार को वार्ता के लिए आमंत्रित किया, लेकिन वार्ता में मांगों पर कोई सहमति नहीं बन पाई। रेजीडेंट की मुख्य मांग फीस वृद्धि पर रोक लगाना, एचआरए बढ़ाना तथा पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करना आदि है। रेजीडेंट डॉक्टरों ने सोमवार रात को अपनी जनरल बॉडी की बैठक कर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया।