त्रिपोलिया बाजार सहित अन्य बाजारों में झूलते तारों को जल्द से जल्द सही करने के निर्देश स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने दे रखे हैं। बीते दिनों तैयारियों को लेकर निगम में बैठक भी हुई। हालांकि जिस तरह से काम चल रहा है, उसको देखकर लगता नहीं है कि यह काम समय से पूरा हो पाएगा।
2401 करोड़ रुपए का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट है
150 करोड़ रुपए से अधिक के काम अब तक हो चुका हंै पूरे
100 करोड़ रुपए से अधिक का काम अभी चल रहा है ये बड़े आयोजन
22 से 25 सितम्बर तक यूनेस्को की टीम आएगी परकोटा देखने
26 से 28 सितम्बर तक स्मार्ट सिटी एक्सपो इंडिया
– परकोटा के नौ बाजारों में फसाड़ वर्क का काम चल रहा है। सितम्बर तक खत्म कैसे होगा? इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
– बाजारों में एकसाथ काम होने की वजह से दिक्कत हो रही है। स्थिति यह है कि अब तक किसी भी बाजार में फसाड़़ वर्क पूरा नहीं हो पाया है।
– हैरिटेज लुक में लगी लाइटों का 15 अगस्त को मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया था, लेकिन कई बाजारों में ये बंद हो
चुकी हैं।
– किशनपोल बाजार में जब स्मार्ट सिटी का काम शुरू हो हुआ तो स्थानीय लोगों से लेकर क्षेत्रीय विधायक विरोध में उतरे।
– जौहरी बाजार में सूर्यवंशी लाइटों को हटाने के दौरान विरोध हुआ तो स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने फैसला वापस लिया।
– चौड़ा रास्ता में सजावटी लाइटों और नाइट बाजार का स्थानीय लोगों ने विरोध किया।
किशनपोल बाजार में स्मार्ट सिटी के तहत सड़क बनाने का काम चल रहा है। 45 दिन के लिए जो रास्ता बंद किया गया था, वो करीब 70 दिन बाद खोला गया। अब दूसरी ओर के रास्ते को बंद करने की तैयारी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्मार्ट सड़क बने उसके बाद और बाकी काम हो। हालांकि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारी इस देरी की वजह जलदाय विभाग पर डालते हैं।