
चिकित्सा विभाग के पास दवाइयाें की पूरी मात्रा
जयपुर
अधिकतर लोग पाइल्स की समस्या से परेशान रहते हैं। पाइल्स यानी बवासीर, जिसे हेमोरॉएड्स भी कहा जाता है. बवासीर होने पर मल द्वार या गुदा (Anus) में व्यक्ति को सूजन की समस्या हो जाती है। कई बार इसमें दर्द भी होता है और खून भी निकलता है। कब्ज होने पर गुदा में सूजन, दर्द बढ़ जाता है।
बवासीर में लगातार कब्ज होने से जलन, दर्द हो सकता है। कब्ज लगातार बना रहे, तो मस्से में सूजन होने से दर्द बढ़ सकता है, चलना-फिरना भी दूभर हो जाता है। मल त्याग करते समय भी काफी दर्द होता है, ऐसे में बवासीर का इलाज करना बेहद जरूरी हो जाता है. आप खानपान में कुछ खाद्य पदार्थों को शामिल करके भी कब्ज, बवासीर की समस्या से बचे रह सकते हैं।
एक आंकड़े के अनुसार करीब 60 फीसदी आबादी को बवासीर जीवन में कभी न कभी होती है। यह मलाशय के निचले हिस्से में सूजन व मस्सा बनने से होती है। इसमें दर्द बहुत होता है। इसके दो प्रकार हैं, पहला बादी व दूसरा खूनी। बादी में खून नहीं आता है लेकिन खुजली, जलन व सूजन रहती है।
जो लोग लंबे समय तक खड़े रहते या बैठकर देरी तक काम करते हैं। कब्ज की समस्या बनी रहना, तनाव, फाइबर डाइट कम लेना, ज्यादा मिर्च-मसालेदार खाना, नशा करना और फिजिकली एक्टिव नहीं रहना है।
इन उपायों से हो सकता है बचाव
कब्ज की समस्या न हो इसके लिए एलोवेरा पल्प और भिगोया अंजीर भी खा सकते हैं। एक चम्मच सेब का सिरका एक गिलास पानी में रोज लें। मस्सों पर जैतून का तेल लगाएं। छाछ में अजवायन और काला नमक मिलाकर लें।
Published on:
21 Nov 2022 12:58 pm
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