मिली जानकारी के मुताबिक, पदोन्नति में हुई खींचातानी के बाद जिला विकास कार्यालय के वरिष्ठ सहायक विरेश्वर सिंह ने 30 अब्टूबर 2017 को जिलाधिकारी कुशीनगर को प्रार्थनापत्र देकर अपने ही समकक्ष ऐनुल्लाह अंसारी की नियुक्ति को ही नियम विरुद्ध बताया था। यहां यह बता दें कि ऐनुल्लाह अंसारी की नियुक्ति मंडल विकास निगम के भंग होने के बाद प्लॉनिंग में हुई थी लेकिन ऐनुल्लाह अपने रसूख के बल पर डीआरडीए में अटैच कराकर विधायक निधि जैसे मलाईदार टेबल का काम देखता चला आ रहा है।
अपने कारनामों के लिए चर्चित ऐनुल्लाह अंसारी के खिलाफ मिले शिकायती पत्र की जांच डीएम ने अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) से कराई तो शिकायत सही मिली। जांच में एडीएम ने पाया कि ऐनुल्लाह की नियुक्ति 11 नवंबर 1993 को जारी शासनादेश में दिए गए प्रावधानों के विपरीत है। डीएम आंद्रा वामसी ने ऐनुल्लाह अंसारी की नियुक्ति को सरकारी धन की क्षति मानते हुए सरकारी सेवा से पृथक करने की संस्तुति करते हुए जिला विकास अधिकारी को पत्र लिख दिया है। यहां यह बता दे कि ऐनुल्लाह अंसारी पर कार्रवाई करने के लिए पत्र निर्गत होते ही डीआरडीए व जिला विकास अधिकारी कार्यालय एकबार फिर चर्चा में आ गया है और बोतल में बंद कई जिन्न एक साथ बाहर निकलने के लिए बेताब हैं।
by AK Mall