भाजपा के मीडिया सेंटर पर शनिवार को प्रेसवार्ता में उन्होंने राहुल और प्रियंका गांधी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन बंटी-बबली बताते हुए जमकर तंज कसा और कहा कि दोनों को यह भी नहीं पता कि पेट्रोल-डीजल पर जीएसटी नहीं लगता। कांग्रेस के पास रिसर्च की कोई टीम नहीं है। ये नींद में उठकर बयान देते हैं। जीएसटी काउंसिल की बैठक में पेट्रोल-डीजल को जीएसटी दायरे में लाने की की बात आई तो किसी ने इसका समर्थन नहीं किया। पुरी ने पंजाब सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया और कहा कि हम उन्हें एथेनॉल दे रहे हैं और वे इसकी शराब बना रहे हैं। इसके लिए पंजाब के मुख्यमंत्री को भी कठघरे में खड़ा करते रहे।
राजस्थान में झूठ फैलाया जा रहा.. भाजपा शासित राज्यों के मुकाबले राजस्थान में पेट्रोल-डीजल 10 से 11 रुपए प्रति लीटर महंगा है। क्योंकि यहां पेट्रोल पर 31.04 प्रतिशत और डीजल पर 19.3 प्रतिशत वैट है, जो बहुत ज्यादा है। इस कारण जयपुर में पेट्रोल की रेट प्रति लीटर 108 रुपए 48 पैसे है, जबकि गुजरात के गांधीनगर में 96 रुपए 63 पैसे प्रति लीटर व लखनऊ में 96 रुपए 53 पैसे प्रति लीटर है। पेट्रोल-डीजल पर केंद्र सरकार ने दो बार टैक्स कम किए हैं। इसके बावजूद राजस्थान में झूठ फैलाया जा रहा है।
ऑयल बॉण्ड खरीदकर जेब खाली करवा दी पुरी ने कहा कि 2004 और 2014 में जब इनकी सरकार थी, तब क्रूड आॅयल के दाम बहुत ज्यादा बढ़ गए थे। तब सरकार नहीं चाहती थी कि जनता पर बोझ डाला जाए। इसलिए इन्होंने 1 लाख 41 हजार करोड़ रुपए के ऑयल बॉन्ड्स सर्कुलेट। इन बॉन्ड्स की वजह से हमें आज 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान करना पड़ा है।