‘ग्राउंड रिपोर्ट’ देखकर बोलीं Vasundhara Raje, ‘सरकार नहीं गंभीर, प्रभावितों तक नहीं पहुंच रही मदद’
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ( Vasundhara Raje ) ने मंगलवार को धौलपुर जिले में बाढ़ पीडि़तों से मुलाकात करने के बाद प्रशासन की ओर से की जा रही मदद पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ( Gehlot Government ) ने मदद के लिए पैसा नहीं भेजा है। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर मदद के लिए गांवों में भेजेंगे।
जयपुर/ धौलपुर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ( Vasundhara Raje ) ने मंगलवार को धौलपुर जिले में बाढ़ पीडि़तों से मुलाकात करने के बाद प्रशासन की ओर से की जा रही मदद पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ( Gehlot Government ) ने मदद के लिए पैसा नहीं भेजा है। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर मदद के लिए गांवों में भेजेंगे।
राजे ने राजाखेड़ा क्षेत्र के चीलपुरा, गोपालपुरा, कठूमरा, महदपुर, भूडा, गुनपुर, टीकतपुरा, अण्डवापुरैनी, बक्सपुरा, सहित आधा दर्जन गांवों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि संवेदनशील होकर कलक्टर को मौके पर जाना चाहिए। सरकार को नुकसान की सर्वे रिपोर्ट भिजवा कर जल्द से जल्द मदद जारी करनी चाहिए।
राजे ने धौलपुर में जनसुनवाई के बाद चम्बल नदी व अन्य आस-पास के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने कहा, ‘यहां हालात बहुत भयावह है और पूरे गांव के गांव पानी में डूब रहे हैं। वर्ष 1996 के बाद इस वर्ष धौलपुर में बाढ़ के ऐसे हालात देखे गए हैं।’
राजे ने कहा, ‘किसानों की फसल का भी बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। मैंने आस-पास के गांवों में पटवारियों से अपील कि है कि वे फसल खराबे का सर्वे कराकर शीघ्र राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपे। ताकि पीड़ित किसान भाई-बहनों को जल्द ही उचित मुआवज़ा दिलवाया जा सके।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग राज्य सरकार के ढुल-मुल रवैये को लेकर भी दुःखी हैं, क्योंकि सरकार को जितना गंभीर होना चाहिए था, उतनी है नहीं। कांग्रेस सरकार से अपील है कि सहायता कार्य में तेजी लाकर अतिशीघ्र पीड़ितों व किसानों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएँ।
राजे ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हालात सामान्य बनाने के लिए प्रशासन के साथ भाजपा कार्यकर्ता भी पूरी सक्रियता व समर्पण भाव से जुटे हुए हैं। मैं आपको विश्वास दिलाती हूं कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में हम हर कदम पर पीड़ितों के साथ खड़े हैं।
… इधर, बिरला ने देखा बाढ़ से तबाही का मंजर चम्बल में आई भीषण बाढ़ का पानी मंगलवार को उतरने लग गया है, लेकिन अब भी नदी के आसपास के एक दर्जन गांव टापू बने हुए हैं। उफान के कारण सम्पर्क कटा हुआ है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बाढ़ से घिरे गांवों में जाकर हाल देखे तो वे तबाही देख दंग रह गए। बिरला ने सात घंटे में डेढ़ सौ किमी घूमकर बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया।बिरला ने टापू बने गांवों का दूरबीन से जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बिरला के निर्देश पर पांच दिन से बाढ़ से घिरे बालापुरा गांव में मेडिकल टीम पहुंची और बीमार लोगों का उपचार किया।
लोकसभा अध्यक्ष ने बाढ़ प्रभावित लोगों व किसानों को कहा कि मैंने क्षेत्र की स्थिति देख ली है। राज्य सरकार को जल्द सर्वे करवाने को कहा गया है। एक-एक पीडि़त और प्रभावित लोगों की मदद करेंगे। बुधवार को दिल्ली में आपदा संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलवाई है। राज्य से जो भी आपदा राहत के प्रस्ताव आएंगे। वह स्वीकृत करवाएंगे।