पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट के साथ राजस्थान पत्रिका की खबर को भी लगाया है। जिसमें पाली जिले के देसूरी थाना क्षेत्र के नारलाई गांव के जंगल में चार दिन पूर्व धारदार हथियार से हुई विवाहिता की हत्या का मामला है। जिसमें हत्या के चौथे दिन अब पुलिस मान रही है कि हत्या से पहले विवाहिता के साथ बलात्कार का प्रयास हुआ है। मेडिकल बोर्ड के मेडिकल ज्यूरिस्ट ने भी माना है कि मृतका के शरीर पर काटने व दांत के निशान मिले हैं, 15 से अधिक धारदार हथियार के घाव है। ऐसे में बलात्कार का प्रयास तो हुआ है, लेकिन पाली पुलिस इसे दबाने में लगी है। पुलिस ने बलात्कार के प्रयास की धाराएं अभी तक एफआईआर में नहीं जोड़ी है। जबकि परिजन इसकी मांग कर चुके हैं।
प्रदेश में 7058 प्रकरणों में से 1529 में चालान
प्रदेश पुलिस के आंकड़ों में इस वर्ष अक्टूबर तक 7058 बलात्कार के मामले दर्ज हुए। इनमें से पुलिस ने 1529 बलात्कार की घटनाओं को सही मानते हुए कोर्ट में चालान पेश किया। पुलिस जांच में अभी 1671 प्रकरण विचाराधीन हैं। वहीं जयपुर कमिश्नरेट में इस वर्ष नवम्बर तक बलात्कार के कुल 480 मामले दर्ज हुए। इनमें सर्वाधिक जयपुर कमिश्नरेट के पश्चिमी जिले में 145 प्रकरण दर्ज हुए। जबकि दूसरे नंबर पर दक्षिणी क्षेत्र में 139, पूर्वी क्षेत्र में 125 और उत्तरी क्षेत्र में 71 बलात्कार के मामले दर्ज हुए।