यहां गिरे ओले
चूरू क्षेत्र में शाम चार बजे बरसात के साथ चने के आकार के ओले गिरे। घर की छतों पर ओलों की चादर बिछ गई। झुंझुनूं में भी अंधड़ चलने के बाद बिजली की तेज गर्जना के साथ शुरू बूंदाबांदी हुई। कुछ देर बाद ओले गिरने लगे। पिलानी क्षेत्र के 12 से अधिक गांवों में ओले गिरे। अलवर जिले में दिन भर तेज गर्मी के बाद शाम को बरसात से राहत मिली। जिले में बुर्जा सहित अन्य कई स्थानों पर ओले भी गिरे हैं।
फसलों को नुकसान
बेमौसम बरसात से किसानों की चिंता बढ़ गई। अंधड़ और बरसात के साथ ओलावृष्टि से खेतों में रबी फसलों को नुकसान पहुंचा। सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं व चने में माना जा रहा है। बारिश व ओलावृष्टि से खेत में खड़ी सरसों की फलियां टूटकर गिरने की आशंका है।
यहां बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने 10 मार्च को पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग, 11 मार्च को पूर्वी राजस्थान के जयपुर-अजमेर-भरतपुर संभाग व पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग में बारिश व ओलावृष्टि की संभावना जताई है। वहीं 12 मार्च को अजमेर, जयपुर, कोटा, बूंदी, चित्तौडग़ढ़, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, झुंझुनूं, करौली, सीकर, टोंक, उदयपुर, राजसमंद, सिरोही, चूरू, गंगानगर, नागौर जिले में ओलावृष्टि व बारिश की संभावना है।
प्रमुख जगहों का तापमान
प्रदेश में माउंटआबू के पारे में एक बार फिर चार डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को पारा 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं सीकर का पारा 15.5, चित्तौड का पारा 15, चूरू का 15.9, डबोक का 16.5 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया। वहीं दिन का सबसे अधिक पारा भरतपुर का 38, चूरू का 37.3, वनस्थली का 36.5, बूंदी का 36.8, बाड़मेर का 37.2, फलौदी का 36, चित्तौड का 36.5, जैसलमेर का 34.8, जयपुर का 35.4 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया।