11 हजार की आबादी को भी मीठे पानी का वर्षों से इंतजार -10 लाख लीटर नहरी पानी की आपूर्ति में 5 लाख लीटर खारा पानी
जैसलमेर•Jan 20, 2024 / 08:39 pm•
Deepak Vyas
रामदेवरा में 50 लाख श्रद्धालुओं की आवक, लेकिन निर्भरता मिनरल वाटर पर
देश-दुनिया में ख्याति अर्जित करने के बावजूद रामदेवरा क्षेत्र में नहर का मीठा पानी के इंतजार में आंखे पथरा गई है। यहां तक की देश व प्रदेश से पूरे साल रामदेवरा आने वाले श्रद्धालुओं को भी पीने का मीठा नसीब नहीं हो रहा है। सरहदी जिले की धर्मनगरी के तौर पर ख्याति आर्जित कर चुके रामदेवरा की आबादी 11 हजार है, वहीं श्रद्धालुओं की आवक भी हर वर्ष 50 लाख है, लेकिन वर्षों से मीठे पानी का इंतजार केवल इंतजार ही बना हुआ है। यहां हर दिन 10 लाख लीटर नहरी पानी की आपूर्ति हो रही है, वहीं जानकारों की मानें तो करीब 5 लाख लीटर खारे पानी को मिलाने की मजबूरी है। मीठे पानी के अभाव में ग्रामीणों और यात्रियों को बोतल बंद पानी या आरओ प्लांट की आपूर्ति पर निर्भर रहना पड़ता है। मीठे पानी के विकल्प के तौर पर आरओ प्लांटों का पानी प्रतिदिन मंगवाना पड़ता है। ***** मेले में लाखों श्रद्धालुओं के लिए सीधे पानी के टैंकर से पीने के पानी की व्यवस्था की जाती है। यहां मेलावधि के दौरान ट्यूबवेल और पानी की पाइप लाइन से सीधे टैंकर भरकर पानी की आपूर्ति की जाती है। हकीकत यह भी नाचना से शुरू हुई पोकरण-फलसूंड पेयजल परियोजना वर्ष 2005 में मंजूर की गई थी। परियोजना के अंतर्गत नाचना से नहरी पानी पोकरण-फलसूंड होते हुए बालोतरा सिवाना तक पहुंच रहा है। परियोजना के तहत कुल 563 गांव को जोडऩा है, जिसमें बाड़मेर जिले के 386, जैसलमेर जिले के 177 गांव हैं। वर्ष 2009 में योजना पर काम शुरू हुआ। अभी भी योजना में कई गांवो तक नहरी पानी नही पहुंचा है। …तो खारा पानी ही मजबूरी यहां पानी की आपूर्ति नहरी पानी पर निर्भर है। 4 नलकूप में से 2 नलकूप अधिकांश खराब रहते है। ऐसे में कई बार पानी की आपूर्ति चरमरा जाने की स्थिति में खारे पानी की ही आपूर्ति होती है। फैक्ट फाइल- -7 जीएलआर मौजूद है रामदेवरा क्षेत्र से जुड़े ग्रामीणों क्षेत्रों में -10 लाख लीटर नहरी पानी की आपूर्ति हो रही रामदेवरा में -300 होटल और धर्मशाला संचालित हो रहे है रामदेवरा क्षेत्र में -3 एसआर व 2 सीडब्लूआर भी स्थित है रामदेवरा क्षेत्र में -50 लाख के करीब श्रद्धालु आते है पूरे साल रामदेवरा परेशानी तो है खारे पानी में नहरी पानी की कम मात्रा होने से ग्रामीणों को इस पानी को पीने में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों और यात्रियों को मिनरल पानी मोल मंगवाकर पीना पड़ता है। जिम्मेदार रामदेवरा में नहर का मीठा पानी आपूर्ति करने का प्रयास तो करें। -ललित दर्जी, सामाजिक कार्यकर्ता, रामदेवरा कई बार नहीं मिलता नहरी पानी रामदेवरा में कई बार स्थानीय नलकूप का पानी मिश्रित कर पानी की आपूर्ति की जाती हैं। नहरी पानी नही मिलने पर स्थानीय नलकूप पानी की आपूर्ति देनी पड़ती है। – पराग स्वामी, अधिशाषी अभियंता, जलदाय विभाग, पोकरण। फोटो कैप्शन
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