‘भंडारी ने शिल्पकार की तरह संगठन में तैयार किए कार्यकर्ता’
‘भंडारी ने शिल्पकार की तरह संगठन में तैयार किए कार्यकर्ता’
‘भंडारी ने शिल्पकार की तरह संगठन में तैयार किए कार्यकर्ता’
जैसलमेर. जनसंघ से लेकर भाजपा के संस्थापक सदस्य में से एक रहे सुंदरसिंह भंडारी की 22 जून को पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश भर में प्रदेश संगठन की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कहीं व्याख्यान माला तो कहीं पर चित्र प्रदर्शनी तो कहीं वरिष्ठ समर्पित कार्यकर्ताओं का सम्मान। जिला मीडिया प्रमुख प्रवक्ता जुगुल बोहरा ने बताया कि भाजपा संगठन की ओर से यह वर्ष 12 अप्रैल 1921 को जन्मे सुंदर सिंह भंडारी की जन शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में स्थानीय भाजपा कार्यालय में सुंदर सिंह भंडारी की पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। इस दौरान जनसंघ से लेकर आज तक सक्रिय रहे कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश शारदा ने कहा कि भंडारी जनसंघ के संस्थापक सदस्य भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे हैं। वे धुन के धनी थे एवं अपने विचारों से संगठन को मजबूती प्रदान करते रहे वह संगठन की रीड की हड्डी थे। जिला प्रमुख प्रताप सिंह सोलंकी ने कहा कि भंडारी ने एक शिल्पकार की तरह संगठन में कार्यकर्ताओं का निर्माण किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. जितेंद्रसिंह ने कहा कि सुंदर सिंह भंडारी की विचारधारा को जीवन में उतारते हुए संगठन को मजबूती प्रदान करने की जरूरत है। वरिष्ठ नेता छोटूसिंह भाटी ने कहा कि सुंदर सिंह भंडारी एक ऐसे व्यक्ति थे राजनीति में रहते हुए भी त्याग की भावना को लेकर आगे चलते थे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए महामंत्री सुशील व्यास ने आगंतुकों का स्वागत किया। इस अवसर पर जैसलमेर की जनसंघ से सक्रिय रहे मदनलाल डांगरा, मुरलीधर खत्री आदि ने सुंदरसिंह भंडारी के जीवन संस्मरण स्ंस्मरण सुनाए। इस दौरान मदनलाल डांगरा, मुरलीधर खत्री व कालूराम दैया को भाजपा कार्यालय में सम्मानित किया गया। इस मौके पर जिला महामंत्री सवाईसिंह गोगली, दलपत हिंगडा, उपाध्यक्ष आईदानसिंह भाटी, जिला मंत्री महेंद्र तंवर, कंवराजसिंह चौहान, आईटी जिला संयोजक गिरिल भाटिया, मंडल अध्यक्ष अरुण पुरोहित, भवानीसिंह भाटी, जितेंद्र भूतड़ा और सुजाराम ओड, उदयसिंह भाटी, नरेंद्र व्यास, प्रेमसिंह कीता, ओम सेवक, भीमाराम सोडाकोर, विजय बिसानी, महीप भाटिया, अमृत सुथार, सुशील सोनी, द्वारकादास दैया, गजेंद्र सोलंकी, मगन सैन, कैलाश दैया आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।