आगामी बजट में जीवनरक्षक दवाइयों और उपकरणों पर लगने वाले जीएसटी को कम किया जाए और हो सके तो इसे समाप्त कर देना चाहिए। जिससे ये अधिकाधिक लोगों की पहुंच में आ सकेंगी और उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। इसके अलावा नौकरीपेशा वर्ग को आयकर में ज्यादा छूट मिलनी चाहिए।
– डॉ. कमलेश चौधरी, सीएमएचओ, जैसलमेर।
केंद्र व राज्य सरकारों को स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। अभी कोरोना महामारी से हम लोग उबर रहे हैं। इस बीमारी के बारे में ज्यादा से ज्यादा अनुसंधान किए जाने की आवश्यकता है। ग्रामीण क्षेत्रों तक चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाना भी समय की मांग है।
– डॉ. डीडी खींची, सेवानिवृत्त पीएमओ, जैसलमेर।
केंद्र व राज्य सरकारों को बजट पेश करते समय इसे सभी वर्गों के लिए हितकारी बनाना चाहिए क्योंकि पिछले एक साल में कोरोना की वजह से सभी लोगों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। चिकित्सा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ज्यादा राशि खर्च किए जाने की जरूरत है। नौकरीपेशा लोगों को अधिक रियायत दी जाए।
– डॉ. वीडी जेठा, वरिष्ठ सर्जन, जैसलमेर।
कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया का ध्यान इस तरफ गया है कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र की तरफ हमारा ज्यादा ध्यान होना चाहिए। सरकारों को चिकित्सकीय आधारभूत ढांचा मजबूत बनाना होगा। जैसलमेर जैसे जिलों में जहां मेडिकल कॉलेज स्वीकृत है, वहां इसका जल्द निर्माण करवाना चाहिए। इससे वास्तविक राहत मिलेगी।
– डॉ. संजय व्यास, फिजिशियन, जैसलमेर।
आगामी बजट में सरकार को चिकित्सकीय उत्पादों तथा दवाइयों पर जीएसटी में कटौती करते हुए आमजन तथा विशेषकर मरीजों को राहत पहुंचानी चाहिए। इसी तरह से जिला स्तर पर स्थापित ब्लड बैंक में प्लाज्मा और प्लेटलेट्स की उपलब्धता को सुनिश्चित करवाना चाहिए।
– डॉ. मेघा वैष्णव, स्त्रीरोग विशेषज्ञ, जैसलमेर।