
यहां दिन में लोग खौफजदा रहते हैं, वहीं रात में आशंका के साथ सोते हैं, हर घड़ी उन्हें अनहोनी का भय सताता है, अव्यवस्थाओं का दंश तो वे रोज झेलते ही है…. यह सूरते हाल है जैसलमेर के शिव मार्ग का, जहां बारिश की दिनों में सोनार दुर्ग की दीवार ढहने देने से यह रास्ता प्रभावित हो रहा है। सोनार दुर्ग की बुर्ज से लगती दीवार गिरने से शिव मार्ग की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। सुरक्षा इंतजामों की कमी के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ रहा है। शहर के शिव मार्ग पर सोनार दुर्ग से जुड़ी ऐतिहासिक दीवार के गिरने के बाद से मार्ग की व्यवस्था अब तक पटरी पर नहीं लौट सकी है। दीवार गिरने के बाद उक्त मार्ग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था और कुछ हिस्सा पैदल और दुपहिया वाहनों के लिए खोल दिया गया। अभी भी दीवार की मरम्मत का काम रुका हुआ है।
रास्ता बंद करने के लिए लगाए गए लोहे के पटरे और लकड़ी की बल्लियां अब गिर चुकी हैं। इसके चलते आधे मार्ग पर आवागमन चालू है, जहां दुपहिया, तिपहिया और चार पहिया वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही हो रही है। कई बार मार्ग अवरुद्ध हो जाता है, ऐसे में दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है।
स्थानीय दुकानदार चंद्रशेखर थानवी का कहना है कि दीवार गिरने के बाद से सुरक्षा और मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। बारिश के बाद यह दीवार और भी कमजोर हो गई है, जिससे पुन: गिरने का खतरा बना हुआ है। आए दिन इस मार्ग पर अव्यवस्था के कारण स्थानीय लोगों और राहगीरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।मार्ग पर पैदल यात्रियों के लिए चलना मुश्किल हो गया है। वहीं, तिपहिया और चार पहिया वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही से स्थिति और गंभीर हो गई है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण हर दिन असुविधा झेलनी पड़ रही है।
Published on:
23 Nov 2024 11:38 pm
बड़ी खबरें
View Allजैसलमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
