विशेषज्ञों ने किसानों को स्थायी आय के लिए पशुपालन और उद्यानिकी खेती को अपनाने की सीख दी। उनहोंने कृषको को किसानो की आय दुगनी करने के लिए भण्डारण संरचनाओ के निर्माण एंव समर्थन मूल्य पर सभी कृषि उपजो की खरीद का सुझाव दिया। उद्यान विभाग के अधिकारी खींखराम ने उद्यानिकी खेती से स्थायी आय बढ़ाने के साथ कमाई पोषित करने के लिए खेत में जल बचत एंव जल के कुशलतम उपयोग के लिये बूंद-बूंद सिंचाई संयत्र, माईक्रो स्प्रिंकलर फव्वारा लगाने, उर्जा बचत एंव उत्पादन के लिए सौर उर्जा संयत्र स्थापित करने की सीख दी। वैज्ञानिक डॉ. केडी खिडिय़ा ने किसानो की आय दुगनी करने के सबंध में जैसलमेर के परीपेक्ष्य मे उन्नत कृषि उद्यानिकी व पशुपालन तकनिकों की जानकारी कृषकों को दी और कृषकों को फसल भण्डारण, कटाई उपरांत प्रबंधन की जानकारी दी।
यहां हुई कार्यशालाएं
जिले में फतेहगढ़, भणियाणा और आसकन्द्रा में अलग-अलग कार्यशालाएं आयोजित की गई। कार्यशाला में तीन सौ से अधिक किसानों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। सुबह साढ़े दस से शाम साढ़े पांच बजे तक आयोजित कार्यशाला में किसानों को अलग-अलग सत्र में उद्यानिकी, पशुपालन, कृषि यंत्रों, खाद-बीद के उपयोग की तकनीक सबंधी जानकारी दी गई। भणियाणा में सहायक उपनिदेशक रणजीतसिंह सर्वा, कृषि अधिकारी छुगसिंह के साथ कृषि वैज्ञानिक और पशु चिकित्सकों ने विभिन्न जानकारियां दी।